गौड़बंग विश्वविद्यालय. दो गुटों के बीच गड़बड़ी की थी आशंका, कैंपस में सरस्वती पूजा रद्द

मालदा : गुटबाजी की वजह से इस साल गौड़बंग विश्वविद्यालय कैंपस में सरस्वती पूजा का आयोजन नहीं हुआ.अंतिम समय पर पूजा का आयोजन रद्द कर दिये जाने से छात्र-छात्राओं में भारी रोष है.बुधवार को विश्वविद्यालय परिसर में सुबह तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी)के जिला अध्यक्ष प्रसेनजीत दास दलबल के साथ पूजा करने पहुंचे.लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन उनलोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 2, 2017 7:49 AM
मालदा : गुटबाजी की वजह से इस साल गौड़बंग विश्वविद्यालय कैंपस में सरस्वती पूजा का आयोजन नहीं हुआ.अंतिम समय पर पूजा का आयोजन रद्द कर दिये जाने से छात्र-छात्राओं में भारी रोष है.बुधवार को विश्वविद्यालय परिसर में सुबह तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी)के जिला अध्यक्ष प्रसेनजीत दास दलबल के साथ पूजा करने पहुंचे.लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन उनलोगों को पूजा नहीं करने दिया.उसके कुछ देर बाद तृणमूल कांग्रेस के एक और गुट के लोग युवा तृणमूल के जिला अध्यक्ष अम्लान भादुड़ी के नेतृत्व में पहुंचा.उनलोगों को भी कैंपस के अंदर पूजा करने की अनुमति नहीं मिली.

तब इनलोगों ने जोर जबरदश्ती कैंपस के अंदर पूजा करने की कोशिश की. पुलिस ने सभी को रोक दिया और कैंपस से बाहर निकाल दिया.बुधवार सुबह कैंपस के अंदर सरस्वती पूजा के लिए पंडाल का निर्माण कर लिया गया था. यहां तक कि मां सरस्वती की प्रतिमा भी मंगा ली गयी थी.बाद में पुलिस ने कैंपस के अंदर बने पंडाल को हटाने के लिए कहा और साफ तौर वहां पूजा करने से मना कर दिया.

उसके बाद तृणमूल के दोनों गुटों के सदस्य कैंपस से करीब पांच सौ मीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गये और वहीं प्रतिमा की स्थापनी की गयी और सभी ने मां सरस्वती की पूजा की.इसबीच,सरस्वती पूजा को लेकर तृणमूल के दोनों गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाइ से विश्वविद्यालय कैंपस में सुबह से ही तनाव का माहौल था.यहां गड़बड़ी की आशंका पहले से ही पुलिस को थी. इसी कारण इंगलिश बाजार थाना के आइसी भारी संख्या में पुलिस बल के साथ कैंपस में मौजूद थे.पूजा को लेकर विद्यार्थियों की पुलिस के साथ कहासुनी भी हुयी. पुलिस ने साफ बता दिया कि कैंपस के अंदर पूजा की अनुमति नहीं दी जायेगी.उसके बाद पूरे कैंपस को छावनी में तब्दील कर दिया गया.कैंपस में विभिन्न स्थानों पर पुलिस पिकेटिंग बैठा दी गयी.विद्यार्थियों का कहना है कि नगरपालिका से कैंपस के गेट के सामने पूजा की अनुमति मांगी गयी थी. बाद में देखा गया कि गेट के सामने पूजा होने से ट्राफिक की समस्या होगी.इसी वजह से कैंपस के अंदर गेट के निकट ही पूजा करने का निर्णय लिया गया था.

पुलिस ने भी ट्राफिक पर प्रभाव पड़ने की बात कह कर पूजा नहीं करने दिया.दोपहर एक बजे तक इसको लेकर पुलिस के साथ बहसबाजी होती रही. लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. बाद में कैंपस से 500 मीटर दूर पूजा का आयोजन हुआ.टीएमसीपी के जिला अध्यक्ष प्रसेनजीत दास ने बताया कि एक विश्वविद्यालय में सरस्वती पूजा नहीं हो,इससे बड़ा आश्चर्य भला और क्या हो सकता है.पूजा की सारी तैयारी कर ली गयी थी,उसके बाद भी वाइस चांसलर ने पूजा की अनुमति नहीं दी.एक अन्य गुट के तृणमूल नेता अमलान भादुड़ी ने भी ऐसी ही बात कही है.

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