कांग्रेस ने महंगे डॉक्टरों और अस्पतालों के खिलाफ खोला मोरचा

मरीजों से मनमाना रुपये लेने का आरोप सरकार से फीस निर्धारित करने की मांग सीएमओएच को सौंपा ज्ञापन एक महीने का दिया अल्टीमेटम सिलीगुड़ी : दार्जिलिंग जिला कांग्रेस ने जिले के महंगे डॉक्टरों की जेब पर लगाम लगाने की तैयारी कर ली है. निजी अस्पतालों, नर्सिंगहोम व अपने निजी चेंबर में बैठने वाले डॉक्टरों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2017 9:20 AM

मरीजों से मनमाना रुपये लेने का आरोप

सरकार से फीस निर्धारित करने की मांग

सीएमओएच को सौंपा ज्ञापन

एक महीने का दिया अल्टीमेटम

सिलीगुड़ी : दार्जिलिंग जिला कांग्रेस ने जिले के महंगे डॉक्टरों की जेब पर लगाम लगाने की तैयारी कर ली है. निजी अस्पतालों, नर्सिंगहोम व अपने निजी चेंबर में बैठने वाले डॉक्टरों की मनमानी फीस लेने का आरोप लगाते हुए सिलीगुड़ी टाउन कांग्रेस ने मंगलवार को जिले के सीएमओएच असीत विश्वास को एक ज्ञापन सौंपा है. सीएमओएच ने सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया है. कांग्रेस ने इसके लिए सीएमओएच को एक महीने का अल्टीमेटम दिया है. उसके बाद भी कार्यवाइ नहीं होने पर बृहद आंदोलन की चेतावनी दी है.

उल्लेखनीय है कि डॉक्टरों को भगवान का दूसरा रूप मान कर लोग चिकित्सा कराते हैं. आरोप है कि मजबूरी का फायदा उठाकर ये डॉक्टर, निजी अस्पताल व नर्सिंगहोम लोगों की जेब काट रहे हैं. अधिकांश डॉक्टरों की फीस पांच सौ रूपये से अधिक है. जबकि निजी अस्पतालों व नर्सिंगहोम में भरती होने का एक दिन का चार्ज हजारों में है. ऐसी परिस्थिति में सिलीगुड़ी जैसे शहर में इलाज कराना काफी मुश्किल हो गया है. ज्ञापन सौंपने के बाद सिलीगुड़ी टाउन ब्लॉक के महासचिव विमलेश मौलिक ने बताया कि शहर में डॉक्टर व अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पतालों की कमी नहीं है, लेकिन डॉक्टरों की फीस व अस्पातल का चार्ज सुनकर रोगी व उनके परिजनों का गला सुख जाता है. कइ बार यहां तक देखने को मिला है कि शव को बंधक बनाकर भी निजी अस्पताल व नर्सिंगहोम अपना रूपया वसूलते हैं.

जिस पर राज्य सरकार की कोई निगरानी नहीं है. श्री मौलिक ने मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार अस्पतालों व डॉक्टरों की फीस निर्धारित करे, ताकि नागरिकों को अच्छी स्वास्थ सेवा मिल सके. उन्होंने कहा कि एक एफआरसीएस डॉक्टर की फीस 300 रूपए, एमडी व विशेषज्ञों की फीज 250 रुपये और जेनरल फिजिशियन(एमबीबीएस) की फीस 200 रूपये से अधिक नहीं होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि इस संबंध में दार्जिलिंग जिला मुख्य स्वास्थ अधिकारी को आज एक ज्ञापन सौंपकर एक माह का समय दिया गया है.

एक महीने के बाद भी शहर के निजी अस्पतालों व डॉक्टरों द्वारा की जा रही लूट पर पाबंदी नहीं लगायी तो इसके खिलाफ एक वृहद आंदोलन किया जायेगा. आज के आंदोलन में कांग्रेस नेता राजेश यादव, शिखा राय व छात्र नेता शाहनवाज हुसैन सहित टाउन कांग्रेस के अन्य सदस्य शामिल थे.

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