होम से बच्चियों के गायब होने के मामले में लिपि राई का पता नहीं
सिलीगुड़ी/दार्जिलिंग. जलपाईगुड़ी में बेसहारा बच्चों के होम से शिशु तस्करी का खुलासा होने के बाद से पूरे राज्य में खलबली मच गयी है. इस मामले में होम की संचालिका चंदना चक्रवर्ती की गिरफ्तारी भी हो चुकी है एवं सीआइडी इस पूरे मामले की जांच कर रही है. वहीं दूसरी ओर दार्जिलिंग के सुकियापोखरी में चल […]
हालांकि सुकियापोखरी स्थित रिभरडेल नामक इस होम की संचालिका स्मृति रूप रानी राई उर्फ लिपि राई के खिलाफ थाने में मामला दर्ज होने के बाद भी अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिसकी वजह से रिभरडेल नामक इस होम से 16 बच्चियों के गायब होने के रहस्य से अब तक पर्दा नहीं उठ सका है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस महीने की पांच तारीख को ही लिपि राई के खिलाफ सुकिया थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी थी. तब से लेकर अब तक उसका तथा होम के किसी अन्य कर्मचारी या अधिकारी का कोई अता-पता नहीं है. माना जा रहा है कि लिपि राई नेपाल भाग चुकी है. ऐसे वह मूल रूप से नेपाल की ही रहने वाली थी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जलपाईगुड़ी के शिशु होम से बच्चा तस्करी का मामला सामने आने के बाद से दार्जिलिंग जिला प्रशासन ने विभिन्न होमों की जांच शुरू करा दी. सरकारी स्तर पर सुकियापोखरी में शिशु होम होने की कोई जानकारी नहीं है.
इस होम को अवैध रूप से चलाया जा रहा था. स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस होम में पहले 19 अनाथ बच्चे थे. इनकी उम्र पांच से 16 वर्ष के बीच है. आरोप है कि इस होम में रह रही एक किशोरी गर्भवती हो गयी थी. जब डॉक्टरों ने उसकी चिकित्सा शुरू की, तो पूरा गड़बड़ झाला सामने आया. उसके बाद इस बात की जानकारी दार्जिलिंग जिला चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट को दी गयी. इस टीम के सदस्यों ने रिभरडेल होम पर दबिश दी. सूत्रों के अनुसार, होम प्रबंधन के पास इसको चलाने का कोई दस्तावेज नहीं पाया गया. जिस समय चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट के सदस्यों ने होम में दबिश दी थी, तब 21 बच्चे वहां रह रहे थे. उसके बाद पता चला कि वहां 19 बच्चे ही हैं.