अपोलो कांड : स्वास्थ्य विभाग ने गठित की जांच कमेटी

कोलकाता. अपोलो अस्पताल पर मृत संजय राय के परिजनों द्वारा लगाये गये चिकित्सकीय लापरवाही की घटना की जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित की गयी है. नेशनल मेडिकल कॉलेज के मेडिसीन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पार्थ प्रतीम मुखर्जी के नेतृत्व में इस कमेटी का गठन किया गया है. एनआरएस मेडिकल कॉलेज के प्रो. डॉ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2017 8:35 AM
कोलकाता. अपोलो अस्पताल पर मृत संजय राय के परिजनों द्वारा लगाये गये चिकित्सकीय लापरवाही की घटना की जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित की गयी है. नेशनल मेडिकल कॉलेज के मेडिसीन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पार्थ प्रतीम मुखर्जी के नेतृत्व में इस कमेटी का गठन किया गया है.

एनआरएस मेडिकल कॉलेज के प्रो. डॉ पंकज दत्त गुप्ता, मेडिकल कॉलेज के डॉ अशोक भद्र, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग के प्रो डॉ गौतम घोष, डॉ संजय दास गुप्ता तथा स्वास्थ्य विभाग के स्पेशल सचिव डॉ सुबीर चटर्जी को इस इस कमेटी में शामिल किया गया. प्राथमिक जांच में कमेटी ने यह स्वीकार किया है कि संजय राय के इलाज में लापरवाही बरती गयी थी. कमेटी के अनुसार अस्पताल में इलाज के दौरान संजय राय की करोनरी एंजियोग्राम करवायी गयी थी लेकिन इसके लिए मरीज के किसी परिजन से अनुमति नहीं ली गयी.

मरीज को कई प्रकार की हाई पावर की एंटिबायोटिक दवाएं दी जा रही थीं जो मरीज के लिए सही नहीं थीं. कमेटी को जांच में यह भी पता चला है कि मरीज की कल्चर जांच भी नहीं करवायी गयी थी. वहीं उसके इलाज में कई अन्य लापरवाही भी बरती गयी है. कमेटी ने अस्पताल को दोबारा रिपोर्ट पेश कराने का निर्देश दिया है.

गौरतलब है कि इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अपोलो अस्पताल प्रबंधन को तलब किया था. अपोलो की ओर से संजय राय की मौत से संबंधित एक रिपोर्ट स्वास्थ्य भवन में जमा करायी गयी थी लेकिन इस रिपोर्ट से विभाग के संतुष्ट न होने पर उसे दोबारा रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है. वहीं दूसरी ओर फूल बागान थाना की पुलिस ने एफआईआर की एक कॉपी स्वास्थ्य भवन को भेजी दी है. अब इस एफआईआर के आधार पर स्वास्थ्य भवन के अधिकारी दोबारा अपोलो के प्रबंधन से पूछताछ कर सकते हैं.

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