तोड़फोड़ हो तो दर्शक ना बने रहें आप : सीपी

कोलकाता. चिकित्सा में लापरवाही के कारण गैर सरकारी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों का पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा था. आरोप है कि पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल में लोगों ने जम कर तोड़फोड़ की थी. इस दौरान पुलिस कर्मी वहां मूकदर्शक बने थे. महानगर के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2017 8:36 AM
कोलकाता. चिकित्सा में लापरवाही के कारण गैर सरकारी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों का पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा था. आरोप है कि पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल में लोगों ने जम कर तोड़फोड़ की थी. इस दौरान पुलिस कर्मी वहां मूकदर्शक बने थे. महानगर के सभी थाना प्रभारियों को लेकर कोलकाता पुलिस के क्राइम मीटिंग में यह मुद्दा उठा.

सूत्रों के मुताबिक पुलिस आयुक्त (सीपी) राजीव कुमार ने थाना प्रभारियों से कहा है कि किसी भी सरकारी या गैर सरकारी अस्पताल में तोड़फोड़ की नौबत आने के पहले स्थानीय थाने के पुलिसकर्मी वहां की स्थिति सामान्य करने के लिए पहले से जुट जायें. किसी भी अस्पताल में तोड़फोड़ की नौबत आने ना दें. वहां खड़े होकर मूक दर्शक ना बने रहे. ऐसा करने पर पुलिस व आम जनता में दूरियां बढ़ेगी.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक हाल ही में पार्क स्ट्रीट के मल्लिक बाजार में एक गोल्ड लोन कंपनी के दफ्तर से तीन करोड़ रुपये की डकैती की घटना पर सीपी ने कहा कि महानगर में जितने भी ऐसगोल्ड लोन कंपनी हैं, वहां सुरक्षा का क्या इंतजाम है, इसकी जांच करें. जरूरत पड़ने पर वहां सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दें. इसके अलावा महानगर में इस तरह के कितने गोल्ड लोन कंपनी हैं, उनमें सुरक्षा व्यवस्था का क्या इंतजाम है, इसका एक डेटाबेश तैयार करें.

इसके अलावा किसी भी अापराधिक घटना घटने पर तुरंत वहां पहुंच कर अपराध को गहराई से देख कर उसकी जांच शुरू करें, क्योंकि कई आम मौत पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद कत्ल बन जाती है. इसके अलावा पुलिस आयुक्त ने क्राइम मीटिंग में पुलिस परिवार के सदस्यों को सड़कों पर ट्रैफिक सिग्नल मानकर चलने का निर्देश दिया है.

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