भूटान में फंसे 96 प्रवासी मजदूरों की हुई देश वापसी, शेष प्रवासियों की भी जल्द होगी वापसी
कोरोना संक्रमण (Corona infection) की रोकथाम को लेकर जारी लॉकडाउन (Lockdown) के बीच भूटान में फंसे 96 प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हुई है. भारत के ये मजदूर भूटान में दिहाड़ी मजदूरी करने गये थे. अचानक हुए लॉकडाउन के कारण ये लोग भूटान में फंसे गये थे. सरकार और प्रशासन की पहल पर ये सभी देश लौट आये हैं. अपने घर वापसी पर प्रवासी मजदूरों ने सरकार और प्रशासन को इसके लिए धन्यवाद दिया.
कालचीनी (सिलीगुड़ी) : कोरोना संक्रमण (Corona infection) की रोकथाम को लेकर जारी लॉकडाउन (Lockdown) के बीच भूटान में फंसे 96 प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हुई है. भारत के ये मजदूर भूटान में दिहाड़ी मजदूरी करने गये थे. अचानक हुए लॉकडाउन के कारण ये लोग भूटान में फंसे गये थे. सरकार और प्रशासन की पहल पर ये सभी देश लौट आये हैं. अपने घर वापसी पर प्रवासी मजदूरों ने सरकार और प्रशासन को इसके लिए धन्यवाद दिया.
मंगलवार को भारत- भूटान मैत्री समझौते (India-Bhutan Friendship Agreement) के तहत भारत के 96 प्रवासी मजदूरों को भूटान सरकार के इमीग्रेशन विभाग की ओर से पश्चिम बंगाल सरकार (West Bengal government) को सौंपा गया. इनमें 31 मजदूर अलीपुरदुआर के, 51 मजदूर कूचबिहार जिले के, जलपाईगुड़ी जिले के 5, कोलकाता के 2 और दक्षिण व उत्तर 24 परगना के 2-2 मजदूर हैं.
मंगलवार को इन प्रवासी मजदूरों के स्वागत के लिए अलीपुरदुआर जिला परिषद (Alipurduar District Council) के मोहन शर्मा, कालचीनी रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन असीम मजूमदार समेत अन्य- अन्य प्रशासनिक अधिकारी सीमा पर पहुंचे हुए थे.
मोहन शर्मा ने बताया कि भूटान में फंसे मजदूरों की वापसी होने लगी है. पहली खेप में 96 मजदूरों को भारत लाया गया है. भूटान गेट पर इन मजदूरों को लेने के लिए प्रत्येक जिले की गाड़ी लगी हुई है. जिस पर सवार होकर ये अपने जिले को जायेंगे. उन्होंने इसके लिए जिलाशासक को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि भूटान में फंसे शेष भारतीयों को वापस लेने की व्यवस्था की जा रही है.
Posted By : Samir ranjan.