सीएम ने पहाड़ के विरोधी राजनैतिक दलों के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि राज्य सरकार पहाड़ पर जीटीए के काम में हस्तक्षेप नहीं कर रही बल्कि जीटीए और कालिम्पोंग जिले की शक्ति बढ़ाने पर कई महत्त्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य चल रहा है. उन्होंने कहा कि पहाड़ को अशांत करना और विकास के रफ्तार में रोड़ा डालना अब आसान नहीं है. उन्होंने विरोधियों से पहाड़ की शांति लौटाने और विकास में सहयोग करने की गुजारिश की और गंदी राजनीति न करने की नसीहत भी दी.
ममता ने कहा कि दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र के प्रायः सभी पर्यटन स्थलों पर वापस देशी-विदेशी सैलानियों की संख्या का ग्राफ काफी बढ़ा है.उन्होंने कहा कि पहाड़ पर पर्यटन, चाय के अलावा हर्टिकल्चर और आइटी उद्योग को भी बढ़ावा देने के लिए कई परियोजनाएं जल्द शुरू की जायेगी. साथ ही लघु उद्योगों को लेकर भी कई योजनओं को जल्द लागू किये जाने का काम अब प्रायः अंतिम चरण पर है. रोजगार के अवसर बढ़ाये जायेंगे.स्वास्थ्य, पानी, बिजली, सड़क जैसे बुनियादी समस्याओं को भी दूर किये जाने का काम चल रहा है. इसी मंच से सीएम ने सिलीगुड़ी से सटे माटीगाड़ा के हिमाचल विहार में एसजेडीए द्वारा 585 लाख रुपये की लागत से शुरू की जानेवाली अतिथि निवास परियोजना का शिलान्यास भी किया. मौके पर मंत्री अरूप विश्वास, पर्यटन मंत्री गौतम देव, उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष, मुख्य सचिव वासुदेव बनर्जी, अतिरिक्त मुख्य गृह सचिव मलय कुमार दे आदि मौजूद थे.