शिशु तस्करी कांड में जूही का हाथ नहीं
बंगाल में भी बढ़ रहा है भाजपा का जनाधार : दिलीप घोष सिलीगुड़ी : देश के साथ ही पश्चिम बंगाल में भी भाजपा का जनाधार तेजी से बढ़ रहा है. भाजपा की लोकप्रियता बढ़ते देख मां-माटी-मानुष की ममता सरकार बौखला गयी है. यही वजह है कि केवल तृणमूल कांग्रेस के नेता-मंत्री ही नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री […]
बंगाल में भी बढ़ रहा है भाजपा का जनाधार : दिलीप घोष
सिलीगुड़ी : देश के साथ ही पश्चिम बंगाल में भी भाजपा का जनाधार तेजी से बढ़ रहा है. भाजपा की लोकप्रियता बढ़ते देख मां-माटी-मानुष की ममता सरकार बौखला गयी है. यही वजह है कि केवल तृणमूल कांग्रेस के नेता-मंत्री ही नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बयानबाजी से उनकी बौखलाहट साफ जाहिर होती है. ममता सरकार पर यह तंज कसा है प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने. वह रविवार को भाजपा की उत्तर बंगाल जोनल इकाई की मीटिंग में शिरकत करने सिलीगुड़ी आये हुए थे.
उत्तर बंगाल के आठों जिलों की जोनल मीटिंग में शिरकत करने के बाद उन्होंने प्रेस-वार्ता के दौरान ममता सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा : एक मुख्यमंत्री के मुंह से ये बातें शोभा नहीं देती हैं कि भाजपाइयों को पूरे राज्य से ही खदेड़ दिया जायेगा. इतना ही नहीं शिशु तस्करी कांड में सीआइडी द्वारा जलपाईगुड़ी जिले की भाजपा नेता जूही चौधरी की गिरफ्तारी ममता सरकार की बदले की राजनीति के तहत पूरी तरह रची हुई साजिश है. जूही के खिलाफ सीआइडी के पास न तो पुख्ता तथ्य है और न ही आजतक कोर्ट में चार्जशीट ही पेश कर सकी है.
शिशु तस्करी कांड की मुख्य सरगना चंदना चक्रवर्ती का भी बार-बार बयान बदलना जूही की सत्यता साबित करती है. श्री घोष का कहना है कि सारधा से नारदा तक घोटालों के दलदल में फंसी ममता सरकार के नेता-मंत्री-सांसद पर हो रही सीबीआइ जांच को लेकर ही ममता बौखलाई हुई हैं. सीबीआइ के मामले में बार-बार हस्तक्षेप करने और जांच पर सवाल खड़ा करने पर ममता सरकार को कोर्ट से भी फटकार सुननी पड़ी. इसके बावजूद वह आगामी पंचायत चुनाव के मद्देनजर भाजपा पर कटाक्ष कर रही है.
बंगाल में ममता सरकार अब एकमात्र भाजपा से ही आतंकित है. इसलिए अभी से ही भाजपा को बदनाम करने के लिए भाजपाइयों को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है. श्री घोष ने कहा कि बंगाल में अब जल्द पंचायत चुनाव होनेवाला है. उन्होंने दावे के साथ कहा कि पंचायत चुनाव में भाजपा अपना दम दिखायेगी. चुनावों में भाजपा का सीधा मुकाबला तृणमूल से ही होगा. इसलिए अभी से ही पूरे बंगाल में भाजपा माहौल तैयार करने में लगी है. पार्टी को और मजबूत बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को एक किया जा रहा है. ब्लॉक व बूथ स्तर पर भावी रणनीति का खाका तैयार किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि इसके मद्देनजर दक्षिण बंगाल में प्रायः सभी जिलों में भाजपा की जोनल मीटिंग हो चुकी है.आज उत्तर बंगाल के आठों जिलों के मालदा से कूचबिहार तक की पार्टी की जोनल मीटिंग हो रही है. इसमें बतौर अतिथि के तौर पर भाजपा विधायक मनोज टिग्गा मौजूद हैं. इस जोनल मीटिंग में सभी जिलों के अध्यक्ष, महासचिव, सचिव, संयोजक जैसे वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की मीटिंग हो रही है. इसमें आगामी चुनावों के मद्देनजर अभी से ही कार्यकर्ताओं को कमर कसने और चुनावी रणनीति बनाने की नसीहत दी जा रही है. श्री घोष ने बताया कि बंगाल में भाजपा के प्रति केवल आम जनता ही नहीं बल्कि विरोधी दलों में भी लोकप्रियता काफी बढ़ी है. केवल वामपंथी या कांग्रेस से ही नहीं, बल्कि तृणमूल के वरिष्ठ नेता, सांसद, मंत्री भी भाजपा में आने के लिए उतावले हैं.
पहाड़ की चुनावी रणनीति अहलुवालिया तय करेंगे
पहाड़ की चुनावी मुद्दों पर भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष का कहना है कि पहाड़ की रणनीति दार्जिलिंग लोकसभा सीट से भाजपा सांसद एसएस अहलुवालिया ही तय करेंगे. उन्होंने कहा कि पहाड़ पर पंचायत और निकाय चुनाव मई में होना है, लेकिन अभी तक चुनाव की तारीख तय नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि पहाड़ पर चुनाव भाजपा मोरचा के साथ लड़ेगी या नहीं फिलहाल वह कुछ नहीं कह सकते. पहाड़ की चुनावी जिम्मेदारी सांसद अहलुवालिया के कंधों पर है. इस बाबत उनका ही निर्णय मान्य होगा.
गोरखालैंड पर विमल के बयान को तवज्जो नहीं
एक सवाल के जवाब पर श्री घोष ने कहा कि अलग राज्य गोरखालैंड के मुद्दे पर मोरचा सुप्रीमो विमल गुरुंग के बयानों को वह तवज्जो नहीं देते. इसकी वजह दिल्ली में उनकी प्रधानमंत्री, गृहमंत्री या अन्य मंत्रियों से क्या बातचीत हुई है वह केवल अकेले श्री गुरुंग कह रहे हैं, लेकिन और कोई कुछ नहीं कह रहा.