तृणमूल ने किया गाजोल थाने का घेराव

मालदा. पुलिस के खिलाफ अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए स्थानीय तृणमूल विधायक दीपाली विश्वास ने अपने समर्थकों के साथ जुलूस निकाला और गाजोल थाने का घेराव किया. शुक्रवार सुबह 11 बजे गाजोल ब्लॉक तृणमूल ऑफिस से जुलूस निकला. इसमें तृणमूल के ब्लॉक अध्यक्ष रंजीत विश्वास, पंचायत समिति के अध्यक्ष प्रभात पोद्दार व अन्य स्थानीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2017 9:00 AM
मालदा. पुलिस के खिलाफ अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए स्थानीय तृणमूल विधायक दीपाली विश्वास ने अपने समर्थकों के साथ जुलूस निकाला और गाजोल थाने का घेराव किया. शुक्रवार सुबह 11 बजे गाजोल ब्लॉक तृणमूल ऑफिस से जुलूस निकला. इसमें तृणमूल के ब्लॉक अध्यक्ष रंजीत विश्वास, पंचायत समिति के अध्यक्ष प्रभात पोद्दार व अन्य स्थानीय तृणमूल नेता शामिल हुए. थाने पर पहुंचकर जुलूस घेराव में बदल गया. दोपहर एक बजे तक थाने का घेराव किया गया. तृणमूल नेताओं ने माइक लगाकर गाजोल थाना पुलिस को जमकर कोसा. इसके बाद गाजोल थाने के ओसी संजीव विश्वास को एक नौ सूत्री ज्ञापन सौंपा गया.
विधायक दीपाली विश्वास ने कहा, गाजोल थाना पुलिस ठीक से काम नहीं कर रही है. उस पर अवैध वसूली के आरोप लग रहे हैं. आम जनता इससे परेशान है. झूठे मामलों में पुलिस लोगों को फंसा रही है. पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर गैर जमानती धाराएं लगायी जा रही हैं. पुलिस अधिकारी जन-प्रतिनिधियों को कोई महत्व नहीं दे रहे हैं.

गाजोल ब्लॉक के तृणमूल अध्यक्ष रंजीत विश्वास ने कहा कि पुलिस अपना काम छोड़‍ उलटा-पुलटा काम कर रही है. गुरुवार को बाबूपुर गांव पहुंचकर कालियाचक के कुछ अपहर्ताओं ने एक पार्टी समर्थक अलाउद्दीन शेख को उठा ले जाने की कोशिश की. ग्रामीणों ने किसी तरह इस घटना को रोका. पुलिस ने इन अपहर्ताओं के खिलाफ अभी तक कदम नहीं उठाया है. उल्टे आठ ग्रामीणों पर ही मारपीट करने का झूठा मामला दर्ज किया है. जो अपहरण करने आये थे वही झूठा मामला दर्ज कराकर चले गये. इन सब घटनाओं से इलाके के लोग नाराज हैं. इसके अलावा ट्रैफिक जाम रोज की समस्या है. पुलिस को इसकी कोई परवाह नहीं. इन सबको लेकर ही थाने का घेराव किया गया है और ज्ञापन दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस बारे में तृणमूल के जिला अध्यक्ष मोअज्जम हुसेन को भी जानकारी दी गयी है. जिला अध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक से बात करने की बात कही है. अगर पुलिस ने अपना रवैया नहीं बदला, तो बड़ा आंदोलन होगा.
सत्तारूढ़ दल के थाने का घेराव करने के कारण पुलिस बड़ी दुविधा में फंस गयी. पुलिस ने इस घटना के बारे में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

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