सिलीगुड़ी: जिस्मानी भूख मिटाने के लिए केवल रंगीन मिजाज पुरूष ही कमसिन युवतियों की तलाश में हमेशा इधर-उधर भटकते हैं ऐसी बात नहीं है. अब महिलाएं भी ऐसे मामलों में पुरूषों से पीछे नहीं हैं. कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, पुणे जैसे महानगरों में प्ले ब्यॉय का कल्चर काफी पहले ही शुरू हो गया था लेकिन सिलीगुड़ी इस कल्चर की हवा नहीं थी.लेकिन अब सबकुछ बदल गया है. सिलीगुड़ी में भी प्ले ब्यॉय का कल्चर शुरू हो गया है.
इस शहर में भी अब प्ले ब्यॉय खूब मिलने लगे हैं. हाल के दिनों में सिलीगुड़ी के धनाढ्य महिलाओं में प्ले ब्यॉय की डिमांड काफी बढ़ी है. पहले देश के महानगरों में प्ले ब्यॉय कॉल गर्लों की तरह ‘रेड कलर’ की पट्टी थामे किसी सुनसान जगहों पर या फिर होटलों में वेटर या दलालों के मारफत मिला करते थे. यह अब गुजरे जमाने की बात हो गयी है.
बदलते जमाने के साथ जिस्मफरोशी का धंधा भी हाइटेक हो चुका है. जिस्मफरोशी का धंधा अब पूरी तरह ऑनलाइन हो गया है. ऑनलाइन ने जिस्मफरोशी के धंधे की तस्वीर ही बदल कर रख दी है. जब हमारे प्रतिनिधि ऐसे कारोबार के तह तक पहुंचे तो कई चौंकाने वाले तथ्यों का खुलासा हुआ. डेटिंग पार्टनर ऑनलाइन…, सिलीगुड़ी कॉल गर्ल, सिलीगुड़ी कॉल ब्यॉय, सिलीगुड़ी प्ले ब्यॉय, सिलीगुड़ी एस्कॉर्ट सर्विस आदि ऐसे दर्जनों साइट उपलब्ध हैं. इन साइटों की वजह से ही यह धंध परवान चढ़ रहा है. कॉल गर्ल हो या फिर प्ले ब्यॉय, कॉलेज गर्ल हो या फिर युवक, घरेलू शादीशुदा महिला हो या पेशेवर महिला या फिर पुरूष रंगीन मिजाज पुरूषों व महिलाओं के लिए उनके मिजाज के मुताबिक साइटों पर रंगीन दुनिया से जुड़ा हर कुछ उपलब्ध है.
कैसे होता है जिस्मफरोशी का ऑनलाइन खेल
जिस्मानी भूख मिटाने या फिर युवक-युवतियों के शौकीन महिला-पुरूषों को कॉल गर्ल या फिर प्ले ब्यॉय के लिए ऑनलाइन बुकिंग करानी पड़ती है. ऐसे साइटों पर पहले रंगीन मिजाज युवक-युवतियां या महिला-पुरूषों को अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर के साथ रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है. रजिस्ट्रेशन के लिए एक निर्धारित रकम होती है जो बैंक एकाउंट से ऑनलाइन ही जमा कराना पड़ता है. इसके बाद साइट ऑन करते ही अंग प्रदर्शन करते युवक-युवतियों की तस्वीरें नाम, पता व मोबाइल नंबर के साथ सामने आती है. जो युवक-युवतियां पसंद हो उनसे ऑनलाइन या फिर उनके मोबाइल नंबर से संपर्क किया जाता है. जिस्मानी भूख मिटाने के लिए महिलाएं या पुरूष अपने सुरक्षित ठिकानों पर कॉल गर्ल या प्ले ब्यॉय को बुलाकर रंगीन दुनियां का लुत्फ उठाते हैं.
ऐसे कई साइट भी हैं जो ऐसे रंगीन मिजाज महिला-पुरूषों के लिए अपना ठिकाना तक मुहैया करा देते हैं और हर तरह की सुविधाओं का इंतजाम करते हैं. ऐसे साइटों के अलावा अखबार की दुनिया भी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जिस्मफरोशी के धंधें को बढ़ावा दे रही है. अखबारों के वर्गीकत कॉलमों में ‘मनोरंजन’ या फिर ‘पार्ट टाइम जॉब करके के युवक-युवतियां दिन भर में कमायें हजारों रूपये’ जैसे विज्ञापनों को प्रकाशित कर इस गोरखधंधे को प्रोत्साहित कर रहे हैं. साइटों या इंटरटेंनमेंट क्लब, फूल मस्ती क्लब, मेल-फिमेल पार्टनर जैसे क्लबों को अंजाम देने में पुरूषों के अलावा महिलाएं भी हैं. जो अधिकांश मामलों में अंडरग्राउंड ही रहते हैं. पूरे धंधे को संचालित करने के लिए आजकल अधिकांशतः युवतियों का ही सहारा लिया जाने लगा है.