वहीं, कारोबारी इस बात से भी काफी आतंकित हैं कि कहीं बदले की आग में अब महावीर स्थान गैंगवार में तब्दील न हो जाये. दूसरी ओर वारदात वाले दिन ही पुलिस के हत्थे चढ़े दो हमलावर महिला शर्मिला चौधरी और अजय सरकार से जांच टीम को कई अहम रहस्यों का खुलासा हुआ है. विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त खबर के अनुसार पुलिस को कई अन्य हमलावरों की भी भनक लगी है. प्रायः सभी की शिनाख्त भी कर ली गयी है. लेकिन वारदात के बाद से ही सभी आरोपी अंडरग्राउंड हो चुके हैं. पुलिस हरेक संभावित ठिकानों पर नजर गड़ाये हुए है और लगातार छापामारी भी कर रही है.
मंगलवार को सिलीगुड़ी अदालत से शर्मिला और अजय को रिमांड में लेने के बाद सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के आलाधिकारी सिलीगुड़ी थाना में दोनों से गहन पूछताछ कर रहे हैं. पुलिस सूत्रों की मानें तो इस वारदात के बाद थाना में कुछ ज्यादा ही गहमा-गहमी बढ़ गयी है और आलाधिकारियों का दिन-रात थाने में तांता लगा हुआ है. पुलिस की मानें तो अधिकांश हमलावर शहर के सबसे चर्चित आपराधिक इलाकों में शूमार बागराकोट के लिचू बागान चाकू पट्टी इलाके के ही रहनेवाले हैं. इसलिए सभी हमलावरों की धर-पकड़ और सुरक्षा के मद्देनजर चाकू पट्टी इलाके में 24 घंटे पुलिस पिकैट बैठा दी गयी है. साथ ही पुलिस आलाधिकारी रैफ के जवानों और बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को साथ लेकर व पूरे ताम-झाम के साथ बागराकोट के सभी संवेदनशील इलाकों में गश्ती भी लगा रहे हैं.
पुलिस कमिश्नर सीएस लेप्चा का कहना है कि किसी भी हमलावरों को बख्शा नहीं जायेगा. सभी आरोपी जल्द सलाखों के पीछे होंगे. आज एक हमलावर ने आत्मसमर्पण किया है. उन्होंने कहा कि हत्या की वारदात के बाद पुलिस हरेक गतिविधि पर कड़ी नजर रख रही है. महावीरस्थान, टाउन स्टेशन, बागराकोट व टिकियापाड़ा इलाके में 24 घंटे पुलिस गश्त लगा रही है.