माध्यमिक परीक्षा : डुवार्स के बच्चों ने मारी बाजी

जलपाईगुड़ी. माध्यमिक परीक्षा में डुवार्स के बच्चों ने शानदार सफलता हासिल की है. इसमें से एक ने जहां पूरे राज्य में चौथा स्थान हासिल किया तो वहीं दूसरे को आठवां और तीसरे को नौंवां स्थान मिला है. अलीपुरद्वार में कामाख्यागुड़ी हाईस्कूल में पढ़ने वाली छात्रा चन्द्राणी कर्मकार ने 687 अंक लाकर माध्यमिक परीक्षा में पूरे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 28, 2017 7:54 AM
जलपाईगुड़ी. माध्यमिक परीक्षा में डुवार्स के बच्चों ने शानदार सफलता हासिल की है. इसमें से एक ने जहां पूरे राज्य में चौथा स्थान हासिल किया तो वहीं दूसरे को आठवां और तीसरे को नौंवां स्थान मिला है. अलीपुरद्वार में कामाख्यागुड़ी हाईस्कूल में पढ़ने वाली छात्रा चन्द्राणी कर्मकार ने 687 अंक लाकर माध्यमिक परीक्षा में पूरे राज्य में चौथा स्थान हासिल किया है. पिता गोपाल कर्मकार सोने-चांदी के गहने के कारोबारी है. मां चन्दना कर्मकार पूरी तरह से गृहिणी हैं.

वह परिवार में इकलौती बेटी है. वह प्रतिदिन आठ-नौ घंटे पढ़ाई करती थी. नौ शिक्षक उसे ट्यूशन पढ़ाने आते थे. केमेस्ट्री उसका सबसे पसंदीदा विषय है. माध्यमिक परीक्षा के एक महीने पहले से ही अपने आप को घर में बंद कर लिया था. वह पूरे समय पढ़ाई करती थी. बांग्ला क्लासिकल तथा आधुनिक गान सुनना उसे पसंद है. चन्द्राणी ने टेस्ट परीक्षा में 95 प्रतिशत अंक हासिल किया था. खेल-कूद के प्रति उसकी कोई रूचि नहीं है.

उसे सरलक होम्स का उपन्यास काफी पसंद है. पिता गोपाल कर्मकार का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी है. मां ने भी पढ़ाई में काफी हाथ बंटाया है. ट्यूशन पढ़ाने के लिए सभी शिक्षक घर में ही आते थे.जलपाईगुड़ी के आशा लता बसु स्कूल की छात्रा अन्वेषा दास ने माध्यमिक परीक्षा में 683 अंक लेकर राज्य में प्रथम 10 में अपना स्थान बना लिया है. अन्वेषा मेधा तालिका में आठवें स्थान पर है. पिता अभिजीत दास एलआइसी में अधिकारी हैं, जबकि मां काकुली दास प्राथमिक शिक्षिका हैं. बेटी की इस सफलता से परिवार के ही लोग नहीं, बल्कि आसपास के लोग भी काफी खुश हैं. अन्वेषा के घर में आज बधाई देने वालों का तांता लग गया. आशा लता बसु स्कूल इंगलिश मेडियम स्कूल है. अन्वेषा ने पढ़ाई के दौरान ही माध्यमिक परीक्षा में अच्छी सफलता हासिल करने की बात कही थी. शनिवार को परीक्षा परिणाम घोषित होते ही अन्वेषा की यह बात सच साबित हुई. अन्वेषा ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता तथा पिता को दिया है. उसका कहना है कि पिता अभिजीत दास तथा मां काकुली दास घर में उनकी पढ़ाई कराते हैं. पिता अभिजीत दास के पास स्वयं रसायन शास्त्र में मास्टर की डिग्री है. अन्वेषा बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती है. बायोलॉजी उसका सबसे पसंदीदा विषय है.

उसका कहना है कि पिताजी उसे रसायन पढ़ाते थे और एवं मां गणित पढ़ाती है. वह छह प्राइवेट ट्यूशन भी पढ़ती थी. अन्वेषा को चित्र बनाना बेहद पसंद है. वह जासुसी कहानियां भी पढ़ती है. हिन्दी सीरियलों से उसका काफी लगाव है. बांग्ला टीवी वह नहीं देखती. बांगला चैनल में वह सिर्फ समाचार देखती है. वह कत्थक नाच सीख रही है. खेलने-कूदने में उसकी कोई रूचि नहीं है. उसका कहना है कि परीक्षा की वजह से वह पिछले कुछ महीनों से टीवी आदि नहीं देख पा रही थी. बेटी की सफलता के बाद माता-पिता ने यहां मिठाइयां बंटवायी.

इधर, धूपगुड़ी हाईस्कूल के छात्र अयन मजुमदार ने 682 अंक लाकर राज्य में नौवां स्थान हासिल किया है. परिवार में माता-पिता तथा एक बहन है. पिता धूपगुड़ी हाईस्कूल में शिक्षक हैं, जबकि माता प्राइमरी टीचर है. उसने अपनी सफलता पर खुशी प्रकट की है. उसने कहा है कि वह हर दिन पांच से छह घंटे पढ़ता था. वह सात शिक्षकों से ट्यूशन पढ़ता था. परिवार के लोगों ने उसकी काफी सहायता की. वह विज्ञान लेकर आगे की पढ़ाई करना चाहता है.

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