भारतीय पासपोर्ट, वीजा बनाना बांग्लादेशी को पड़ा भारी
सिलीगुड़ी. एक बांग्लादेशी को सिलीगुड़ी में रहकर अवैध तरीके से भारतीय पास्पोर्ट व वीजा बनाना भारी पड़ गया. बांग्लादेशी कपड़ा कारोबारी डेविड बरूइ उर्फ मंतोष वर्मन और एजेंट अरूप कुमार दास अब सलाखों के पीछे पहुंच गये. डेविड बांग्लादेश के चटग्राम का रहनेवाला है. वह सिलीगुड़ी में काफी दिनों से रह रहा था. वहीं, पासपोर्ट […]
सिलीगुड़ी. एक बांग्लादेशी को सिलीगुड़ी में रहकर अवैध तरीके से भारतीय पास्पोर्ट व वीजा बनाना भारी पड़ गया. बांग्लादेशी कपड़ा कारोबारी डेविड बरूइ उर्फ मंतोष वर्मन और एजेंट अरूप कुमार दास अब सलाखों के पीछे पहुंच गये. डेविड बांग्लादेश के चटग्राम का रहनेवाला है. वह सिलीगुड़ी में काफी दिनों से रह रहा था.
वहीं, पासपोर्ट बनाने वाला एजेंट अरूप स्थानीय शक्तिगढ़ का रहनेवाला है. सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की स्पेश्ल ब्रांच के पुलिस अधिकारियों से प्राप्त समाचार के अनुसार डेविड 2008 में कपड़े के कारोबार के सिलसिले में अवैध तरीके से सिलीगुड़ी आया और यही रह गया.
यहां रहकर उसने नकली वोटर कार्ड, आधार कार्ड व अन्य जरूरी सरकारी कागजात भी बनवा लिये. इस गिरोह का मुख्य सरगना बांग्लादेश में है. जिसका नाम मोहम्मद रासेल है.