मालदा (सिलीगुड़ी) : मालदा टाउन स्टेशन में अाने से ठीक पहले श्रमिक स्पेशल ट्रेन (Shramik special train) से घर लौट रहे एक मजदूर ने दम तोड़ दिया. दूसरे राज्यों से घर लौट रहे बंगाल के श्रमिकों की ट्रेन में मौत की यह तीसरी घटना है. हालांकि, मौत के सही कारण का अभी पता नहीं चल पाया है.
बताया जा रहा है कि मृतक दो दिनों से पेट दर्द, उल्टी व दस्त से परेशान था. परिजनों का कहना है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन में इलाज तो दूर पीने के पानी का भी इंतजाम नहीं था. श्रमिक के शव को मालदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मृत युवक का नाम खातिब शेख (27) था. वह उत्तर मालदा के पुकुरिया थाना अंतर्गत चांदपुर गांव का निवासी था. 4 महीने पहले वह केरल के कायलम इलाके में राजमिस्त्री के सहायक के तौर पर काम करने अपने चचेरे भाई मतिन शेख के साथ गया था. लॉकडाउन के कारण वह केरल में ही फंस गया था. 6 जून को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से अन्य श्रमिकों के साथ खातिब शेख मालदा के लिए रवाना हुआ था.
चचेरे भाई मतिन शेख ने बताया कि 7 जून से खातिब शेख के पेट में दर्द होने लगा. वह बार- बार शौचालय जा रहा था. उल्टी- दस्त भी शुरू हो गयी थी, लेकिन ट्रेन में उसका इलाज नहीं हो सका. सोमवार रात में असहनीय पेट दर्द से उसकी हालत बिगड़नी शुरू हो गयी. मंगलवार सुबह मालदा टाउन स्टेशन में ट्रेन के प्रवेश करने से पहले ही उसकी मौत हो गयी.
चचेरे भाई मतिन शेख ने खातिब की मौत पर रेलवे परिसेवा के खिलाफ नाराजगी जताते हुए मुआवजे की मांग की है. खातिब के घर में पत्नी लकी बीबी के अलावा दो बेटे अंसार शेख (6) व साहिल शेख (4) हैं. लकी बीबी ने बताया कि पति की कमाई पर ही पूरा परिवार निर्भर था.
Posted By : Samir ranjan.