सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी जिला अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में घायल युवक ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि घायल युवक और उसके परिजन मास्क नहीं पहने थे. युवक की मौत के बाद उसके परिजनों और डॉक्टरों में बकझक हो गयी. यह देख अस्पताल के गार्ड समेत अन्य कर्मचारी मृतक के परिजनों से भिड़ गये. काफी देर तक अस्पताल में हंगामा होता रहा. मृतक के परिजनों ने जिला अस्पताल के कर्मचारियों पर मारपीट का भी आरोप लगाया है.
जानकारी के अनुसार, पेंटर सूरज साह ने सोमवार सुबह नौ बजे फांसी लगाकार आत्महत्या करने की कोशिश की. आनन-फानन में परिवारवाले और पड़ोसी उसे सिलीगुड़ी जिला अस्पताल ले गये. मृतक के पड़ोसी संजीव कुमार राय ने बताया कि घटना के 10 मिनट के अंदर सूरज को सिलीगुड़ी जिला अस्पताल ले जाया गया.
जल्दबाजी में उसके परिजन मास्क पहनना भूल गये. अस्पताल ले जाने के बाद 15 से 20 मिनट तक उसकी सांस चल रही थी, लेकिन सूरज और उसके परिजनों के मास्क नहीं पहने होने के कारण इमरजेंसी विभाग के डॉक्टरों ने इलाज करने से इनकार कर दिया.
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संजीव का कहना है कि यदि परिजनों ने मास्क नहीं पहना था, तो डॉक्टर उन्हें बाहर निकाल घायल युवक का इलाज कर सकते थे, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया. कुछ देर बाद घायल सूरज ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया. इसके बाद उल्टे डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी व टेक्नीशियन मृतक के परिजनों के साथ मारपीट करने लगे. सूरज की छोटी बहन गुड़िया साह के साथ भी धक्का-मुक्की की गयी. इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंध के रवैये और डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए माटीगाड़ा थाने में शिकायत दर्ज करायी.
इस संबंध में सिलीगुड़ी जिला अस्पताल के डॉ अमिताभ मंडल ने बताया कि फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश करने वाले युवक की अस्पताल लाये जाने से पहले ही मौत हो चुकी थी. मास्क नहीं होने के कारण युवक का इलाज नहीं करने के संबंध में डाॅ मंडल ने कहा कि परिजनों का यह आरोप हो सकता है. इसका अस्पताल प्रबंधन अपने स्तर पर छानबीन करेगा.
दूसरी ओर, शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भेजा गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पायेगा.
Posted By : Samir ranjan.