कोविड अस्पताल की बोझ को कम करने की कवायद शुरू, कोरोना संक्रमितों का अब घर पर हो रहा है इलाज

कोरोना (Coronavirus) के बढ़ते मामलों को लेकर बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों (Corona infected) का इलाज घर में भी संभव है. राज्य स्वास्थ्य विभाग (State health department) के निर्देशानुसार कोलकाता समेत राज्य के विभिन्न जिलों में अब इसी पद्धति पर इलाज शुरू कर दिया गया है. दार्जिलिंग जिले में भी इसी फार्मूले को अपनाया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2020 9:07 PM

सिलीगुड़ी : कोरोना (Coronavirus) के बढ़ते मामलों को लेकर बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों (Corona infected) का इलाज घर में भी संभव है. राज्य स्वास्थ्य विभाग (State health department) के निर्देशानुसार कोलकाता समेत राज्य के विभिन्न जिलों में अब इसी पद्धति पर इलाज शुरू कर दिया गया है. दार्जिलिंग जिले में भी इसी फार्मूले को अपनाया जा रहा है.

जिला स्वास्थ्य विभाग (District health department) सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सिलीगुड़ी नगर निगम, सिलीगुड़ी महकमा व आसपास के इलाकों के 4 कोरोना संक्रमितों का घर में ही इलाज चल रहा है. इस बीच अगर किसी में कोरोना के कोई लक्षण दिखाई देता है, तो उसे कोविड अस्पताल (Covid hospital) में शिफ्ट किया जायेगा.

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सिलीगुड़ी सहित दार्जिलिंग जिले में दिन-प्रतिदिन कोरोना संक्रमित (Corona infection) के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. आलम यह है कि जिले में कोरोना का आंकड़ा 100 के पार चला गया है. परिस्थिति को देखते हुए माटीगाड़ा के कोविड अस्पताल में बेडों की संख्या बढ़ाकर 120 कर दिया गया है.

कावाखाली के एसएआरआई अस्पताल (SARI Hospital) को जिला प्रशासन ने कोविड अस्पताल में बदल दिया है. अब जिला प्रशासन बिना लक्षण व कम उम्र वाले कोरोना संक्रमितों का इलाज घर पर ही‍ कर रही है. इससे कोविड अस्पतालों में बढ़ने वाले बोझ के कम होने की आशंका जतायी जा रही है.

दार्जिलिंग जिला के डीएम एस पुनावल्लम ने बताया कि दक्षिण बंगाल के बाद यहां भी इस प्रक्रिया पर इलाज शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि दो दिनों से इस प्रक्रिया पर इलाज किया जा रहा है. डीएम ने बताया कि इसके लिए लोगों पर कोई दबाव नहीं है, लेकिन कोरोना संक्रमितों की देखरेख के लिए एक परिचायिका की नियुक्ति को कहा गया है, जो कोरोना संक्रमितों का ख्याल रखने के साथ उसे खाना पहुंचाने व उसके शरीर के तापमान को मापने का काम कर सके.

उन्होंने बताया कि परिचायिका को मरीज के हालात के बारे में स्वास्थ्य विभाग को भी रिपोर्ट देना होगा. डीएम ने बताया कि अगर इस बीच किसी व्यक्ति के शरीर में कोरोना का कोई लक्षण दिखाई देता है, तो उसे माटीगाड़ा या कावाखाली के कोविड अस्पताल को शिफ्ट किया जायेगा.

Posted By : Samir ranjan.

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