कोरोना के खिलाफ जंग में एनएफ रेलवे की पहल, कर्मचारियों के लिए बनाया सैनिटाइजेशन गेट
कोविड-19 के संक्रमण से रेलवे कर्मचारियों को बचाने के लिए एनएफ रेलवे वर्कशॉप में एक खास तरह का फ्यूमिगेशन टनल यानी सैनिटाइजेशन गेट का निर्माण किया गया है. रेलवे वर्कशॉप में बने फ्यूमिगेशन टनल विभिन्न स्टेशनों के प्रवेश द्वार पर लगाये जा रहे हैं. अभी नार्थ फ्रंटियर रेलवे के एनजेपी स्टेशन, लुमडिंग वर्कशॉप, कटिहार व गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर लगाया गया हैं. धीरे-धीरे अन्य वर्कशॉप, रेलवे स्टेशन व रेलवे कार्यालय में इसे लगाया जायेगा. नार्थ फ्रंटियर रेलवे अपने कर्मचारियों को लेकर बहुत ही सजग हैं.
जितेन्द्र पांडेय
सिलीगुड़ी : कोविड-19 के संक्रमण से रेलवे कर्मचारियों को बचाने के लिए एनएफ रेलवे वर्कशॉप में एक खास तरह का फ्यूमिगेशन टनल यानी सैनिटाइजेशन गेट का निर्माण किया गया है. रेलवे वर्कशॉप में बने फ्यूमिगेशन टनल विभिन्न स्टेशनों के प्रवेश द्वार पर लगाये जा रहे हैं. अभी नार्थ फ्रंटियर रेलवे के एनजेपी स्टेशन, लुमडिंग वर्कशॉप, कटिहार व गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर लगाया गया हैं. धीरे-धीरे अन्य वर्कशॉप, रेलवे स्टेशन व रेलवे कार्यालय में इसे लगाया जायेगा. नार्थ फ्रंटियर रेलवे अपने कर्मचारियों को लेकर बहुत ही सजग हैं.
ज्ञात हो कि विगत दिनों डीजल शेड में कार्यरत एक कर्मचारी की कोरोना से मौत हो गयी थी. इसके बाद नार्थ फ्रंटियर रेलवे अपने कर्मचारियों को लेकर और भी गंभीर हो गयी. रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रेलवे वर्कशॉप में निर्मित सैनिटाइजेशन गेट से कर्मचारियों की पूरा बॉडी सैनिटाइज हो जायेगी. कर्मचारियों के लिए हैंड सैनिटाइजर, मास्क व दस्ताने की भी व्यवस्था की गयी है. प्रत्येक दिन काम पर आने वाले सभी कर्मचारियों का थर्मल स्कैनर से शरीर के तापमान की जांच की जाती है.
देश में जिस तरह से कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. उसको देखते हुए केंद्र सरकार लॉकडाउन बढ़ाने पर विचार कर रही है. वैसे ही कई राज्यों ने लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया है. विमान के साथ ही यातायात के सुगम साधन बस और यात्री रेल का परिचालन पूरी तरह से ठप है. कोरोना को रोकने के लिए केंद्र और राज्यों की सरकारों के साथ ही सरकारी महकमे और आम नागरिक भी अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं.
कैसे काम करता है सैनिटाइजर गेट
भारतीय रेल के नार्थ फ्रंटियर रेलवे के वर्कशॉप में बनी खास तरह की फ्यूमिगेशन टनल या सैनिटाइजेशन गेट का निर्माण कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए किया गया है. रेलवे की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार कोरोना की रफ्तार थामने के लिए फ्यूमिगेशन टनल यानी सैनिटाइजर गेट बनाया गया है. जब कोई व्यक्ति इस टनल में प्रवेश करेगा, फ्यूमिगेशन स्प्रे शुरू हो जायेगा. रेलवे का दावा है कि एंट्री गेट से प्रवेश कर आउट गेट से बाहर निकलने तक की अवधि में पूरा शरीर सैनिटाइज हो जायेगा.
क्या कहना है सीपीआरओ का : नार्थ फ्रंटियर रेलवे के सीपीआरओ शुभानन चंदा ने प्रभात खबर से बातचीत में कहा कि सैनिटाइजेशन गेट रेलवे के वर्कशॉप में बनाया गया है. अभी डेमो है. इसका ट्रायल एनजेपी रेलवे स्टेशन ,लुमडिंग वर्कशॉप, गुवाहाटी रेलवे स्टेशल व कटिहार में चल रहा हैं. इसके बाद रेलवे बोर्ड के आदेश के अनुसार और जगहों पर लगाया जायेगा. उन्होंने बताया कि अभी रेलवे कर्मचारियों को कोरोना से बचाव के लिए ऐसा कदम उठाया गया है. जरूरत पड़ी तो यात्रियों के लिए भी इसका इस्तेमाल हो सकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को रोज थर्मल स्कैनर से जांच की जा रही है. हैंड सैनिटाइजर, मास्क व दस्ताने की भी पूरी व्यवस्था है.