निगम चुनाव : प्रचार अभियान पर कोरोना वायरस ने लगाया ब्रेक
भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव ने सिलीगुड़ी के राजनीतिक पार्टियों को भी हिला कर रख दिया है. खतरे को भांपते हुए लोगों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने की नसीहत दी जा रही है. जिसको ध्यान में रखते हुए पिछले दिनों से कई सरकारी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है
सिलीगुड़ी : भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव ने सिलीगुड़ी के राजनीतिक पार्टियों को भी हिला कर रख दिया है. खतरे को भांपते हुए लोगों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने की नसीहत दी जा रही है. जिसको ध्यान में रखते हुए पिछले दिनों से कई सरकारी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है. यहां तक कि कोरोना वायरस की वजह से पूरे राज्य के 127 नगरपालिका तथा नगर निगम में होने वाले चुनावों को भी टालने पर विचार किया जा रहा है. इस समस्या से सिलीगुड़ी नगर निगम भी अछूता नहीं है.
सिलीगुड़ी नगर निगम में माकपा बोर्ड का कार्यकाल बस कुछ दिनों में समाप्त हो जायेगा. इसी वर्ष यहां भी चुनाव होना है. लेकिन चुनाव प्रचार के लिए राजनीतिक पार्टियों के नेता भी भीड़-भाड़ में जाने से बच रहे हैं. कोरोना के खतरे ने चुनाव प्रचार पर भी ब्रेक लगा दिया है. इस परिस्थिति में अच्छी बात ये है कि सिलीगुड़ी के सक्रिया भाजपा, तृणमूल, कांग्रेस तथा सीपीएम के नेता भी चुनाव को दर किनार करते हुए लोगों के स्वास्थ्य को पहले प्राथमिकता दे रहे है.
राज्य चुनाव आयोग ने पूरे राज्य के 127 नगरपालिका तथा नगर निगमों में एक साथ चुनाव संपन्न कराने का निर्णय लिया था. लेकिन जिस तरीके से कोरोना वायरस बढ़ रहा है. इसको देखते हुए देश में राष्ट्रीय आपात की घोषणा कर दी गई है. इसी बीच राज्य चुनाव आयोग भी चुनाव की तारीख को बढ़ाने का प्रयास कर रही है. यहां चुनाव आयोग के फैसले पर ही राजनीतिक पार्टियां निर्णय लेगी कि विकट परिस्थिति में वे कैसे लोगों के पास जायेंगे.