संवाददाता, कोलकाता
राजभवन की पहली मंजिल पर पीड़िता को रोते हुए कुछ कर्मचारियों ने देखा था. उनमें पीड़िता के पीछे एक महिला भी मौजूद थी. कलकत्ता पुलिस ने उक्त सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उक्त महिला समेत छह लोगों की पहचान कर ली है. ये सभी राजभवन के कर्मचारी हैं. कोलकाता पुलिस ने सभी को तलब किया है.
पुलिस ने कहा कि राजभवन ने तीन सीसीटीवी फुटेज को आम जनता के बीच जारी किया था, लेकिन इनमें प्रशासनिक भवन के भीतर लगे कैमरे में कैद तस्वीर नहीं थी. पुलिस के हाथ लगे भवन के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद तस्वीरों में देखा गया कि दो मई की शाम करीब 5:18 बजे शिकायतकर्ता राजभवन की दूसरी से पहली मंजिल पर रोते हुए नीचे उतर रही है. राजभवन की महिला कर्मी ने पुलिस से शिकायत की है कि राज्यपाल द्वारा उसके साथ दुर्व्यवहार करने के बाद तीन अधिकारी उसे जबरन अपने कार्यालय में ले गये और धमकी दी. वह गलियारे में भी चिल्लायी. इसके बाद वह रोती हुई सीढ़ियों से नीचे चली आयी.
पुलिस का कहना है कि सीढ़ी और पहली मंजिल पर लगे सीसीटीवी फुटेज में एक महिला उसके पीछे आती दिख रही थी. राजभवन में पीड़िता के पीछे खड़ी अन्य महिला के साथ पांच अन्य कर्मचारियों ने उन्हें एक मंजिल पर रोते हुए देखा था. उन छह चश्मदीदों की तस्वीरों के स्क्रीन शॉट राजभवन भेजे गये थे, हालांकि राजभवन की ओर से कोई जवाब नहीं आया, लेकिन पुलिस ने जांच की और उन छह लोगों की पहचान कर ली. सभी को पुलिस ने समन भेजा है. पुलिस ने कहा कि उनसे पूछताछ की गयी, तो राजभवन में छेड़छाड़ की शिकायत के बारे में कुछ और जानकारी मिल जायेगी.
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