न्यायपालिका का उपयोग करके छीन ली गरीबों की नौकरी : अभिषेक

तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि 10 वर्षों में डायमंड हार्बर लोकसभा केंद्र को पूरे देश में एक नंबर बनाया है. आसनसोल सीट पर तृणमूल उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा को विजयी बनाएं, आसनसोल की जिम्मेदारी अपने कंधे पर वह लेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | May 10, 2024 10:51 PM

आसनसोल. तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि 10 वर्षों में डायमंड हार्बर लोकसभा केंद्र को पूरे देश में एक नंबर बनाया है. आसनसोल सीट पर तृणमूल उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा को विजयी बनाएं, आसनसोल की जिम्मेदारी अपने कंधे पर वह लेंगे. वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी ने आसनसोल पोलो ग्राउंड में सभा कर कहा था कि मुझे बाबुल दीजिए. लोगों ने बाबुल दिया, लेकिन बाबुल ने उनका हाथ छोड़कर दीदी की गारंटी पर भरोसा जताया. दो वर्षों में आसनसोल में जिस तेजी से विकास हुआ उसे और भी गति मिलेगी. भाजपा विभाजन की राजनीति करती है. गरीबों के पेट पर लात मारी है. न्यायपालिका के एक श्रेणी का उपयोग करके गरीबों से नौकरी छीन ली, इस आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने स्थगनादेश लगाकर नौकरी को बहाल रखा है. हमलोगों ने वादा किया था कि मेधा सूची में रहे एक भी किसी की नौकरी नहीं जाने देंगे, वह वादा निभाया है. शुक्रवार को आसनसोल लोकसभा सीट से तृणमूल उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा के समर्थन में रोड शो के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए श्री बनर्जी ने ये बातें कही. आसनसोल जीटी रोड पर उषाग्राम से हॉटन रोड मोड़ तक आयोजित इस शो में उनके साथ उम्मीदवार श्री सिन्हा, राज्य के कानून मंत्री मलय घटक, बाराबनी के विधायक सह आसनसोल के मेयर विधान उपाध्याय, रानीगंज के विधायक सह आसनसोल दुर्गापुर विकास प्राधिकरण के चेयरमैन तापस बनर्जी, पांडवेश्वर के विधायक सह तृणमूल के जिलाध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती, जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह उपस्थित थे. तृणमूल महासचिव श्री बनर्जी ने कहा कि नरेंद्र मोदी अपने भाषण में कहते दिख रहे हैं कि 10 साल का कार्यकाल तो ट्रेलर है. इस ट्रेलर में रसोई गैस 400 रुपये से हजार पार हो गया, डीजल 40 रुपये से 92 रुपये प्रति लीटर, पेट्रोल 50 रुपये से 105 रुपये लीटर, अंडा तीन रुपये से सात रुपये पीस, चायपत्ती 100 से 280 रुपये किलो, रहर दाल 60 रुपये से 170 रुपये पहुंच गया, ट्रेलर यदि यह है तो क्या कोई पूरी फिल्म देखना चाहेगा? बंगाल को केंद्र से हमेशा ही अवहेलना का शिकार होना पड़ा है. दो हजार रुपये महिलाओं को देकर संदेशखाली की घटना को बनाया गया. अब महिलाएं कह रही हैं कि उनके साथ कोई दुष्कर्म नहीं हुआ है. जबरन झूठा मामला दर्ज कराया गया. बंगाल की छवि को नष्ट करने का प्रयास किया है, इसका जवाब 13 मई को देना होगा. सिर्फ जीत ही नहीं यह सुनिश्चित करना होगा कि जीत का अंतर पिछली बार से ज्यादा हो.

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