खुलासा. बड़ाबाजार से गिरफ्तार गिरोह के चार सदस्यों से पूछताछ कोलकाता. शेयर में ऑनलाइन निवेश करने पर ज्यादा मुनाफा मिलने का लालच देकर कुछ लोगों से मोटी रकम की ठगी के मामले में लालबाजार के साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने बड़ाबाजार से प्रवीण गोयल, ओमप्रकाश मिश्रा, शिव कुमार सोनकर और आलोक अग्रवाल को गिरफ्तार किया था. फिलहाल सभी आरोपी 12 जुलाई तक पुलिस हिरासत में हैं. इनके पास से 52 नये सिम कार्ड, आठ रबर स्टैंप के अलावा अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार उन्हें प्राथमिक जांच में पता चला कि गिरोह के चारों सदस्य हवाला कारोबार से जुड़े हैं. इनका संबंध साइबर ठगी से जुड़े शातिर आरोपियों के साथ है. चारों साइबर ठगों को किराये पर बैंक अकाउंट मुहैया कराते थे. इसके बदले इन्हें मोटी राशि मिलती थी. इनके साथ कुछ ऐसे व्यवसायी भी हैं, जो इन्हें बैंक अकाउंट उपलब्ध कराकर अवैध तरीके से रुपये ले रहे थे. उन अकाउंट में ठगी की राशि ट्रांसफर की जाती थी. इस जानकारी के बाद पुलिस के रडार पर वे व्यवसायी हैं, जो इस तरह के काम से जुड़े हुए हैं. क्या है मामला : पुलिस सूत्रों के अनुसार पूर्व जादवपुर के नयाबाद के रहनेवाले गौतम राय चौधरी ने लालबाजार के साइबर क्राइम थाने में इस गिरोह के खिलाफ ठगी की शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत में बताया गया कि कुछ दिनों पहले उसे ऑनलाइन गिरोह के सदस्यों ने एक वाट्स एप ग्रुप में जोड़ा. इसके बाद ऑनलाइन निवेश करने पर ज्यादा मुनाफा देने का लालच दिया. लालच में पड़ कर उन्होंने 16.42 लाख रुपये निवेश कर दिये. इसके बाद मुनाफा व मूल राशि भी नहीं मिलने पर उसे ठगी का पता चला. इसके बाद उसने इसकी शिकायत साइबर क्राइम थाने में दर्ज करायी. जांच में मिली नयी जानकारी : जांच में पुलिस को पता चला कि प्रवीण गोयल की कंपनी के अकाउंट में ठगी के रकम ट्रांसफर हुए हैं. इसके बाद पुलिस ने जोड़ाबागान इलाके के महर्षि देवेंद्र रोड से प्रवीण के अलावा ओम प्रकाश, शिव सोनकर और आलोक अग्रवाल को भी पकड़ लिया. पुलिस इनसे पूछताछ कर इस गिरोह में जुड़े रहनेवाले अन्य व्यवसायियों के नाम जानने की कोशिश कर रही है. उन्होंने अब तक कितने साइबर ठग गिरोह के सदस्यों को बैंक अकाउंट मुहैया कराया है, इसकी भी पूछताछ की जा रही है.
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