चक्रवात रेमाल से निबटने के लिए हावड़ा व सियालदह मंडल में विशेष व्यवस्था
चक्रवात रेमाल के मद्देनजर पूर्व रेलवे द्वारा हावड़ा व सियालदह मंडलों में हाइ अलर्ट जारी किया गया है
कोलकाता. चक्रवात रेमाल के मद्देनजर पूर्व रेलवे द्वारा हावड़ा व सियालदह मंडलों में हाइ अलर्ट जारी किया गया है. चक्रवात की तीव्रता को देखते हुए दोनों मंडलों में विशेष तैयारी की गयी है. इस दौरान 24 घंटे सुरक्षाकर्मियों को भी तैनात रहने का कहा गया है. हावड़ा मंडल के डीआरएम संजीव कुमार व सियालदह मंडल के डीआरएम दीपक निगम ने मंडल के अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं. दोनों मंडलों में 25 से 26 मई तक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष और आपदा प्रबंधन टीम को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है.
आपदा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं. साथ ही इस दौरान जो ट्रेनें यार्ड में खड़ी रहेंगी, उन्हें बांधकर रखने का निर्देश दिया गया है, जिससे कि तूफान के वक्त ट्रेनें हवा के दबाव में रोलिंग न करने लगें.
जल जमाव से निबटने के लिए हावड़ा व सियालदह मंडल के विभिन्न स्टेशनों और रेल लाइनों के पास पंप लगाया जा रहा है. जोन के लिलुआ और कांचरापाड़ा वर्कशॉप को भी सतर्क कर दिया गया है. इस दौरान रेल कॉलोनियों में भी जल जमाव की स्थिति से निबटने लिए पंप लगाये जा रहे हैं.
सभी बड़े स्टेशनों खासकर हावड़ा, सियालदह, कोलकाता, बर्दवान और आसनसोल पर डीजी सेट और इमरजेंसी लाइट के साथ इंजीनियर्स की टीम को तैनात रहने को कहा गया है. ओवरहेड तार के टूटने पर उसकी तुरंत मरम्मत हो, इसके लिए सभी सेक्शन में टावर वैगनों को अलर्ट रखा गया है. चूंकि चक्रवात से बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र ज्यादा प्रभावित होने की आशंका है, ऐसे में सियालदह मंडल के महत्वपूर्ण स्टेशनों नामखाना, डायमंड हार्बर, हासनाबाद आदि में पर्याप्त इंजीनियरिंग, सिग्नल और टेलीकॉम कर्मचारियों को तैनात किया गया है. ट्रेन चालकों को भी सतर्क रहने का कहा गया है. किसी भी सूचना को तुरंत कंट्रोल से शेयर करने का कहा गया है. चक्रवात के दौरान भी यात्रियों को हर जानकारी मुहैया कराने के लिए सभी स्टेशनों पर सार्वजनिक घोषणाएं जारी रहेंगी. दुर्घटना राहत ट्रेन और मेडिकल वैन को भी तैयार रखा जायेगा.
रेमाल : एयरपोर्ट निदेशक ने की बैठक
कोलकाता. रविवार को आने वाले चक्रवात रेमाल के मद्देनजर कोलकाता एयरपोर्ट निदेशक ने शुक्रवार दोपहर को ओटीजी सहित सभी हितधारकों के साथ बैठक की. बैठक में एमईटी निदेशक, एटीसी व सीएनएस के अधिकारी भी शामिल हुए. एमईटी निदेशक ने बताया कि कि चक्रवात 26 मई की आधी रात तक पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र से टकरायेगा. उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान हवा की गति 50-60 मील होगी. आगे की कार्रवाई के लिए अगली बैठक शनिवार शाम पांच बजे होगी.
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