हावड़ा/पानागढ़/दुर्गापुर.
बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकी संगठन अंसार-अल-इस्लाम या अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के संदिग्ध सदस्य मोहम्मद हबीबुल्ला (21) के बाद राज्य पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने नदिया जिले के नवद्वीप थाना क्षेत्र के मायापुर मोल्लापाड़ा में रह कर सक्रिय दूसरे संदिग्ध को हावड़ा से दबोच लिया. उसका नाम हरेज शेख (27) बताया गया है. समझा जाता है कि हावड़ा रेलवे स्टेशन से वह किसी और राज्य में भागने के फेर में था, पर उससे पहले ही एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया. एसटीएफ के करीबी सूत्रों की मानें, तो दोनों संदिग्ध एबीटी के बंगाल व बांग्लादेश के लिए तयशुदा आतंकी मॉड्यूल पर यहां से काम कर रहे थे. मंगलवार को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश करने पर दूसरे आरोपी को भी 14 दिनों की रिमांड में भेज दिया गया. उसके बाद आरोपी हरेज शेख को कस्टडी में लेकर एसटीएफ टीम कोलकाता चली गयी. संदिग्ध आतंकी हरेज शेख के खिलाफ काकंसा थाने में केस नंबर 203/24 के तहत भादवी की धारा 121/ 12ए/ 123/125 आइपीसी एवं आर/एएस 17 /18/ 18ए/ 18 बी/20 यूएपी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. मोहम्मद हबीबुल्ला को एसटीएफ टीम पहले ही पश्चिम बर्दवान के कांकसा से दबोच चुकी है. रिमांड में उससे पूछताछ के दौरान हरेज शेख का नाम सामने आया. उसके बाद हबीबुल्ला की निशानदेही पर दूसरे संदिग्ध हरेज शेख को मायापुर के नवद्वीप से दबोच लिया गया. एसटीएफ यह पड़ताल कर रही है कि मोहम्मद हबीबुल्ला से हरेज शेख का कैसा कनेक्शन है. हबीबुल्ला मानकर कॉलेज में कंप्यूटर साइंस का द्वितीय वर्ष का छात्र है. समझा जाता है कि एसटीएफ को बांग्लादेश के प्रतिबंधित आंतिक संगठन एबीटी से हबीबुल्ला के जुड़े होने के पुख्ता सबूत मिले हैं. कांकसा के मीरपाड़ा स्थित उसके ठिकाने पर छापेमारी में कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज, लैपटॉप व मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं. यह भी आरोप है कि हबीबुल्ला पश्चिम बर्दवान से आतंकी संगठन के लिए सोशल मीडिया पर सुनियोजित ढंग से सक्रिय था. एबीटी के आकाओं के इशारे पर वह बंगाल में आतंकी मॉड्यूल तैयार कर रहा था. उसका मुख्य कार्य इस्लामी कट्टरपंथ में दिलचस्पी रखनेवाले शिक्षित युवाओं को संगठन से जोड़ना था. हबीबुल्ला के बाद एक और संदिग्ध हरेज शेख की गिरफ्तारी से हलचल मच गयी है. एसटीएफ के करीबी सूत्रों की मानें, तो प्रतिबंधित आतंकी संगठन का जाल बंगाल के साथ देश के अन्य राज्यों में भी फैला हुआ है. इस बीच, संदिग्ध हरेज शेख को रिमांड के दौरान जम्मू-कश्मीर ले जाने की बात भी कही जा रही है. एसटीएफ की टीम गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ कर बाकी सदस्यों को दबोचना चाहती है. मालूम रहे कि गत शनिवार को राज्य एसटीएफ ने पश्चिम बर्दवान के कांकसा थाना क्षेत्र के मीरपाड़ा से एबीटी के संदिग्ध सदस्य मोहम्मद हबीबुल्ला (21) को दबोचा है. दुर्गापुर महकमा अदालत में गत रविवार को पेश कर आरोपी को 14 दिनों की रिमांड पर लिया गया है. आरोपी मोहम्मद हबीबुल्ला को कोलकाता ले गयी थी. पूछताछ के बाद इस संगठन से जुड़े एक और संदिग्ध हरेज शेख को नदिया के मायापुर से दबोचा गया. पश्चिम बर्दवान, बीरभूम व राज्य के अन्य जिलों में भी यदि उक्त संगठन के सदस्य हैं, तो उनकी धरपकड़ पर एसटीएफ का पूरा जोर है. बताया गया है कि मानकर कॉलेज में कंप्यूटर साइंस का दूसरे वर्ष का छात्र मोहम्मद हबीबुल्ला मेधावी छात्र है.पड़ोसियों ने बताया कि वह आसपास के लोगों से कम ही मिलता-जुलता था. दिनभर घर में लैपटॉप पर व्यस्त रहता था. स्थानीय लोग भी उसके आतंकी संगठन से जुड़े होने की खबर से हतप्रभ हैं. एसटीएफ के सूत्रों की मानें, तो दोनों संदिग्ध आतंकी एबीटी के आतंकी मॉड्यूल ‘शहादत’ पर बंगाल व बांग्लादेश में सक्रिय हैं. एसटीएफ ने दावा किया कि उसके बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकवादी समूह अंसार अल इस्लाम या अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के साथ मजबूत संबंध हैं. जिसका अल-कायदा के नए चेहरे, एक्यूआईएस के साथ घनिष्ठ संबंध है.अधिकारियों ने कहा कि पश्चिम बर्दवान के कांकसा निवासी मोहम्मद हबीबुल की गिरफ्तारी से इस मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है.
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