हावड़ा.
हुगली के धनियाखाली में शनिवार को आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रामकृष्ण मठ व मिशन और भारत सेवाश्रम संघ के संतों पर भाजपा के लिए काम करने का आरोप लगाया था. उसी रात जलपाईगुड़ी रामकृष्ण मिशन में अज्ञात लोगों ने संतों पर हमला भी कर दिया था. सीएम के इस बयान की पीएम मोदी ने जमकर आलोचना की थी. इस विवाद पर मंगलवार को रामकृष्ण मठ व मिशन के महासचिव स्वामी सुबीरानंद महाराज ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि रामकृष्ण मठ व मिशन एक गैर-राजनीतिक अंतरराष्ट्रीय संगठन हैं. यहां रहने वाले महाराज और संतों का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. हमलोग मतदान भी नहीं करते हैं. स्वामी सुबीरानंद ने स्पष्ट किया कि रामकृष्ण मिशन अपने भक्तों के बीच किसी भी राजनीतिक विचारधारा को बढ़ावा नहीं देती है. भक्त मतदान को स्वतंत्र हैं. हम चुनाव को लेकर कोई फतवा जारी नहीं करते. हम स्वामी विवेकानंद के आदर्श का पूरी तरह से अनुसरण करते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है