व्यवसायी के घर डकैती के आरोपी सुबोध सिंह को आज पेश किया जायेगा एडीजे-एक की अदालत में

अदालत ने तीन जुलाई को सुबोध को ट्रायल कोर्ट में हाजिर करने के लिए बेउर जेल प्रबंधन को जारी किया था प्रोडक्शन वारंट

By Prabhat Khabar Print | July 1, 2024 12:43 AM

आसनसोल/रानीगंज .देशभर में गोल्ड व डायमंड शोरूम तथा गोल्ड के बदले लोन देनेवाली संस्थाओं को लूटने के मुख्य आरोपी सुबोध सिंह को प्रोडक्शन वारंट के आधार पर पटना बेउर जेल से रविवार को लाकर आसनसोल मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेए) की अदालत में पेश किया गया.

20 फरवरी 2022 को रानीगंज थाना क्षेत्र के रामबागान इलाके के निवासी व उद्योगपति सुंदर भालोटिया के आवास पर डकैती हुई थी. इस मामले में सीआइडी के जांच अधिकारी की अपील पर अतिरिक्त जिला जज-एक (एडीजे-1) ने 21 जून को बेउर जेल प्रबंधन को प्रोडक्शन वारंट जारी किया, जिसमें वहां जेल में बंद सुबोध सिंह को उनकी अदालत में तीन जुलाई 2024 तक हाजिर करने को कहा गया था. इसी प्रोडक्शन वारंट के आधार पर सीआइडी की टीम बेउर जेल प्रबंधन से संपर्क करके सुबोध को शनिवार को ही वहां से लेकर निकल आयी और रविवार को एडीजे-एक की अदालत बंद रहने के कारण उसे सीजेएम के अदालत में पेश किया गया. सीजेएम ने कहा कि एडीजे-एक की अदालत से प्रोडक्शन वारंट जारी हुआ है, आरोपी को सोमवार उसी अदालत में पेश करना होगा. तबतक के लिए उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. सीआइडी के अधिकारी सोमवार को उसे एडीजे-एक की अदालत में पेश करेंगे.

सुबोध सिंह रंगदारी वसूलने में भी जमा रहा है अपना सिक्का

देश के किसी भी शहर में बड़े ज्वेलरी शोरूम या गोल्ड के बदले लोन देने वाली संस्था में डाका पड़ता है तो पुलिस के सामने सबसे पहला नाम सुबोध सिंह का आता है. बेउर जेल में बैठकर अब सुबोध सिंह रंगदारी के धंधा में ही अपनी पहचान मजबूत कर रहा है. बंगाल में उद्योगपति व व्यवसायियों से भी वह रंगदारी वसूल रहा है. कुछ दिनों पूर्व बैरकपुर इलाके के एक व्यवसायी पर फायरिंग हुई. वह व्यवसायी थाना में शिकायत करने पहुंचे था. उसी दौरान सुबोध सिंह का फोन आया. जिसे थाने में बैठे अधिकारी सहित कइयों ने सुना. जिसमें सुबोध ने उस व्यवसायी को कहा कि गोली मारना रहता तो अब तक जिंदा नहीं रहते. फोन कर रहे हैं, फोन नहीं उठा रहे हो इसलिए यह करना पड़ा. उसने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि हमारी शरण में आ जाओ कोई परेशान नहीं करेगा. इस फोन कॉल के बाद से यह बात सामने आयी कि सुबोध कइयों से रंगदारी वसूल रहा है.

मुथूट फाइनेंस डकैती कांड में भी आ चुका है सुबोध का नाम

23 दिसंबर 2017 को मुथूट फाइनेंस आसनसोल कोर्ट मोड़ शाखा में डाका पड़ा और बदमाश 27 किलो स्वर्ण आभूषण तथा साढ़े चार लाख रुपये नकदी लूटकर फरार हो गये. यह मामला भी सीआइडी के पास ही है. इस मामले में सुबोध को अनेकों बार आसनसोल अदालत में पेश किया गया है. बाद में बेउर जेल से वह वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से अदालत की तारीख पर पेश होता रहा है. इस मामले में उसे जमानत मिल गयी है.सुबोध के खिलाफ देश के विभिन्न शहरों में दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं. समय-समय पर उसे प्रोडक्शन वारंट के माध्यम से देश की विभिन्न अदालतों में हाजिर होना होता है. सूत्रों के अनुसार वह बेउर जेल से ही बैठकर अपना अवैध कारोबार का संचालन करता है. सैकड़ों लड़के उसके गिरोह में काम करते हैं.

क्या है पूरा मामला

20 फरवरी 2022 सात की संख्या में बदमाशों ने खुद को इडी अधिकारी बनकर रानीगंज रामबागान इलाके के निवासी उद्योगपति सुंदर भालोटिया के घर में दाखिल होकर सभी को गन पॉइंट पर बंधक बना लिया. घर की कुछ महिलाओं ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और 100 नंबर पर फोन कर दिया. पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया. बदमाशों की प्लान फेल हो गया. वे घर में लूटपाट करने के साथ सुंदर भालोटिया का अपहरण करने की योजना लेकर आये थे. पुलिस की घेराबंदी होने के बाद बदमाशों ने निकलने के लिए फायरिंग शुरू कर दी. इलाके में भगदड़ मच गयी. पुलिस की ओर से भी फायरिंग हुई. जिसमें एक बदमाश आकाश कुमार झा के पेट में गोली लगी. भागने के क्रम में पुलिस ने दो और बदमाशों मनोज कुमार और चंदन कुमार साहनी को पकड़ लिया. कुछ सात लोग थे, जिनमें से चार भागने में सफल रहे थे. इस घटना को लेकर रवि भालोटिया की शिकायत पर रानीगंज थाना में कांड संख्या 97/22 में पकड़े गये उक्त तीन को नामजद के साथ अन्य छह को आरोपी बनाकर आइपीसी की धारा 452/323/395/397/307 और 25/27/35 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ. बाद में कुछ बदमाश पकड़े गये थे और मुख्य सरगना के रूप में सुबोध सिंह का नाम सामने आया. मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने यह केस सीआइडी को सौंप दिया. इस मामले में ट्रायल शुरू हो चुका है. सीआइडी ने सुबोध सिंह को इस मामले में अदालत में हाजिर करने के लिए अदालत से प्रोडक्शन वारंट की अपील की.

जिसे अदालत ने मंजूर किया और 21 जून को प्रोडक्शन वारंट जारी किया गया. जिसके आधार पर उसे आसनसोल अदालत में लाया गया है. सोमवार की सुनवाई में सीआइडी पुलिस कस्टडी के लिए अपील भी कर सकती है.

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