पश्चिम बंगाल की ममुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने केंद्र सरकार द्वारा सीएए 2019 लागू किए जाने पर भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएए में जिन नियमों को अधिसूचित किया गया है उनमें कोई स्पष्टता नहीं है. इस संबंध में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीएए को लेकर ममता बनर्जी लोगों के बीच भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही हैं. इससे किसी की भी नागरिकता रद्द नहीं होगी . उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सीएए को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को गलत जानकारी दी थी, जो अब प्रमाणित हो गया है. केंद्र सरकार ने अपने नये कानून में किसी की भी नागरिकता छीनने की बात नहीं कही है.
पीएम ने पूरा किया अपना वादा : लॉकेट
भाजपा उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी ने सीएए को लेकर कहा कि यह चार साल पहले पारित हुआ था और आज इसे लागू कर दिया गया. पीएम ने अपना वादा पूरा किया. बंगाल की माता-बहनें और मतुआ समाज के लोग प्रताड़ित होकर बांग्लादेश से आये थे. उनके पास कोई नागरिकता प्रमाण नहीं था, केंद्र सरकार ने आज उन्हें सम्मानित किया है. तृणमूल ने तुष्टिकरण की राजनीति की है, वे कभी नहीं चाहते थे कि उन्हें नागरिकता मिले. उन्हें केवल मतदाता के रूप में इस्तेमाल किया है.
Pm Narendra Modi News: बेतिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12800 करोड़ की योजनाओं की दी सौगात
मोदी की गारंटी का मतलब, वादों को पूरा करने की गारंटी : शुभेंदु
इस कानून के संबंध में विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक्स पर लिखा : मोदी की गारंटी का मतलब है वादों को पूरा करने की गारंटी है. वर्ष 1945 से धार्मिक कारणों से प्रताड़ित मतुआ समुदाय के लोगों ने समान नागरिकता की मांग उठायी थी और इसका इंतजार अब खत्म हुआ. सीएए अधिसूचना जारी होने से यह कानून पूरे देश में प्रभावी हो जायेगा. हम इस ऐतिहासिक पल का जश्न मनाते हैं और पूर्णब्रह्म श्रीश्री हरिचांद ठाकुर और श्रीश्री गुरुचांद ठाकुर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.
सीएए का करेंगे विरोध : कल्याण
सीएए को लेकर तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि इसे राजनीतिक मकसद से लागू किया गया है. उन्होंने कहा : सीएए के खिलाफ कई आंदोलन हुए हैं. हम सीएए का विरोध करेंगे. हम लोगों के पास जायेंगे. सीएए केवल धर्म के आधार पर लोगों को बांट रहा है. जो अधिकार हैं, उन्हें कोई नहीं छीन सकता. भारत को आजादी सभी धर्म के लोगों के त्याग और बलिदान से मिली है. किसी भी धर्म को इससे अलग करना गलत है. इस अन्याय का विरोध होना चाहिए.