आठ साल बाद शुल्क में हो रही बढ़ोतरी, वन विभाग की ओर से जारी की गयी गाइडलाइन संवाददाता, कोलकाता राज्य के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में सुंदरवन भी शुमार है. यहां के मुख्य आकर्षण मैंग्रोव वन और रायल बंगाल टाइगर हैं. यहां घूमने के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं. हालांकि, इस बार पर्यटकों के लिए सुंदरवन की यात्रा का खर्च थोड़ा बढ़नेवाला है. सुंदरवन में प्रवेश के लिए पर्यटकों को एक निश्चित शुल्क देना पड़ता है. वह प्रवेश शुल्क अगले सितंबर से बढ़ने जा रहा है. वन विभाग की ओर से गाइडलाइन जारी कर दी गयी है. पर्यटकों के साथ-साथ नाव के मालिकों से भी अतिरिक्त शुल्क वसूले जायेंगे. स्वाभाविक रूप से, सुंदरवन में पर्यटन की लागत पहले की तुलना में थोड़ी अधिक बढ़नेवाली है. वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक, अब तक सुंदरवन में पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 120 रुपये था, जिसे 60 रुपये बढ़ाकर 180 रुपये कर दिया गया है. दूसरी ओर, पर्यटकों और नाव मालिकों को सुंदरवन टाइगर रिजर्व की यात्रा के लिए पहले की तुलना में अधिक प्रवेश शुल्क देना होगा. इसके लिए पर्यटकों को एक हजार रुपये चुकाने होंगे. इसके अलावा नाव और लॉन्च के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क पहले 1500 रुपये थे, जिसे बढ़ाकर 2500 रुपये किया जा रहा है. इसके अलावा, गाइडों के लिए दैनिक किराया 600 रुपये से बढ़ाकर 800 रुपये किया जा रहा है. यदि आवश्यक हुआ, तो शैक्षणिक संस्थानों या छात्रों के लिए विशेष रियायतें होंगी. ऐसे में वन विभाग के उच्च अधिकारियों की अनुमति से छात्रों या शिक्षण संस्थानों को 25 प्रतिशत की छूट दी जा सकती है. गौरतलब है कि आठ साल बाद सुंदरवन में पर्यटकों के लिए शुल्क में बढ़ोतरी होने जा रही है. इससे पहले यह शुल्क वर्ष 2016 में बढ़ाया गया था. ऐसे में सुंदरवन यात्रा पैकेज की लागत भी थोड़ी बढ़ जायेगी.
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