मर्डर, आर्म्स एक्ट, शराब तस्करी सहित छह मामलों में आरोपी है सूरज सिंह

बिहार के बड़े अपराधियों में शामिल है रानीगंज डकैती कांड का आरोपी भी

By Prabhat Khabar News Desk | June 13, 2024 1:20 AM

आसनसोल/रानीगंज. रानीगंज सेनको गोल्ड एंड डायमण्ड शोरूम में हुई डकैती कांड में शामिल गोपालगंज (बिहार) जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र अंतर्गत बंकीखाल गांव का निवासी सूरज कुमार सिंह बिहार के कुख्यात अपराधियों की सूची में शामिल है. बिहार के विभिन्न थानों में उसपर मर्डर, आर्म्स एक्ट, शराब तस्करी, लूटकांड आदि के मामले दर्ज है. रानीगंज की डकैती में शामिल होकर उसपर अब अंतरराज्यीय अपराधी का लेबल लग गया है. रानीगंज थाना क्षेत्र में सेनको गोल्ड में डकैती कांड के साथ आसनसोल नॉर्थ थाना क्षेत्र में एक कार लूटने व कार चालक को गोली मारने के मामले में वह आरोपी है. फिलहाल वह कार लूटने व कार चालक को गोली मारने के मामले में सोमवार से 14 दिनों की पुलिस रिमांड में है.

रानीगंज लूटकांड को अंजाम देने के लिए सोनू ने वांटेड अपराधियों की बनायी टीम

रानीगंज लूटकांड के सरगना सोनू गुप्ता उर्फ सोनू सिंह ने रानीगंज सेनको गोल्ड लूट कांड को अंजाम देने के लिए बिहार के कुख्यात और वांछित अपराधियों को लेकर अपनी टीम बनायी. सात लोग टीम में शामिल थे. जिसमें से सोनू और सूरज दो पकड़े गये. बाकी के पांच अपराधी फरार हैं. जिनके पास 1.83 करोड़ रुपये मूल्य के लूटा गये सोने व हीरे के जेवरात हैं. इन पांचों की पूरी जानकारी पुलिस को मिल गयी है. इनके संभावित छिपने के सभी ठिकानों पर पुलिस छापेमारी कर रही है. आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट की तीन टीमें बिहार और झारखंड में आरोपियों की तलाश कर रही है. पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) ध्रुव दास ने बताया कि जल्द सभी आरोपी पकड़े जायेंगे.

अपराधियों की तलाश में पुलिस लगा रही पूरा जोर

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रविवार को कांड को अंजाम देने के बाद एडीपीसी से बाहर नहीं निकलने तक ये पांच अपराधी जिले की 29 लाख की आबादी तक सीमित थे. जिले से बाहर निकल जाने के बाद जबतक ये लोग झारखंड में थे तबतक इन्हें पकड़ना कुछ हद तक आसान था. घटना के चार दिनों के बाद ये लोग देश के किस कोने में छिप गये हैं, इसकी सही जानकारी के बगैर इन्हें ढूंढना भूंसे में सुई ढूंढने के बराबर है. इनके पास 1.83 करोड़ रुपये मूल्य के जेवरात हैं और ये लोग अब देश की 140 करोड़ लोगों में मिल गये हैं. पुलिस के लिए इन्हें पकड़ना बहुत बड़ी चुनौती है.

30 मई 2018 में गोपालगंज के बलेसरा गांव के मुखिया के मर्डर केस में आया था सूरज का नाम

गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र के बलेसरा गांव के मुखिया व पिंडरा निवासी महातम चौधरी हत्याकांड में सूरज का नाम पहली बार आया. उसके बाद अपराध की दुनिया में उसने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. 12 जून 2018 में उचकागांव थाने की पुलिस ने हथियार बरामदगी के मामले में सूरज को आरोपी बनाया. आर्म्स एक्ट के मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. काफी लंबे समय तक वह जेल में था. मर्डर केस में भी उसे जमानत मिल गयी. जेल से आने के बाद उसने बिहार के कुख्यात अपराधियों के साथ मिलकर कई कांड किये. कुछ छह मामलों में वह आरोपी है. जिसमें बिहार पुलिस को भी उसकी तलाश है.

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