प्रशासनिक बैठक को लेकर शुभेंदु ने उठाये सवाल

कोलकाता. नबान्न में सोमवार को होनेवाली प्रशासनिक बैठक में ताहेरपुर व झालदा नगरपालिका को शामिल होने का निमंत्रण नहीं मिला है. इन दोनों नगरपालिकाओं में तृणमूल कांग्रेस का बोर्ड में नहीं है. ताहेरपुर नगरपालिका पर वाममोर्चा व झालदा नगरपालिका पर कांग्रेस का कब्जा है, इसलिए उन्हें नहीं बुलाया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 22, 2024 11:10 PM

कोलकाता.

नबान्न में सोमवार को होनेवाली प्रशासनिक बैठक में ताहेरपुर व झालदा नगरपालिका को शामिल होने का निमंत्रण नहीं मिला है. इन दोनों नगरपालिकाओं में तृणमूल कांग्रेस का बोर्ड में नहीं है. ताहेरपुर नगरपालिका पर वाममोर्चा व झालदा नगरपालिका पर कांग्रेस का कब्जा है, इसलिए उन्हें नहीं बुलाया गया. सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर इसी तरह से पोस्ट करके ममता सरकार पर निशाना साध रहे हैं विरोधी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी. लोकसभा चुनाव के बाद हो रही इस प्रशासनिक बैठक में कयास लगाये जा रहे हैं कि चर्चा का विषय लोकसभा चुनाव का नतीजा ही होगा. बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ नगर विकास मंत्री फिरहाद हकीम भी मौजूद होंगे. इसमें नतीजों के बाद जो तथ्य उभर कर सामने आया है, उसमें एक है कि शहरी इलाके के मतदाताओं में भाजपा की पकड़ बढ़ी है. इसकी काट खोजने के लिए इस बैठक में ममता बनर्जी रणनीति बनायेंगी. इस वजह से ताहेरपुर व झालदा नगरपालिका को आमंत्रित नहीं किया गया है. इस बात को लेकर शुभेंदु लगातार हमलावर हो रहे हैं. अपने एक्स हैंडल पर शुभेंदु ने लिखा है कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र का मतलब जनता की सरकार, जनता द्वारा जनता के लिए नहीं है. यहां सब कुछ पार्टी के प्रति समर्पित है. इसका प्रमाण है दो नगरपालिकाओं को आमंत्रित नहीं करना. उन्होंने लिखा है कि नगर व नगर विकास दफ्तर के मेमो से स्पष्ट होता है कि दोनों नगरपालिकाओं को इस बैठक में प्रतिबंधित किया गया है. सबूत के तौर पर उन्होंने विभाग का मेमो तक पोस्ट किया है. इसके साथ ही लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है कि क्या प्रशासनिक बैठक में इस तरह का भेदभाव किया जा सकता है.

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