ज्वेलरी शोरूम डकैती कांड में सीवान का विवेक चौधरी मेघालय से गिरफ्तार
रानीगंज के प्रतिष्ठित ज्वेलरी शोरूम डकैती के मामले में प्रत्यक्ष रूप से शामिल सात आरोपियों में से चौथे के रूप में बिहार के सिसवन थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव के निवासी विवेक चौधरी को शुक्रवार रात मेघालय से दबोच लिया गया. मेघालय के री-भोई जिला के खानापारा थाने की पुलिस की मदद से आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) की टीम ने आरोपी को खानापारा इलाके से गिरफ्तार कर लिया.
आसनसोल/रानीगंज.
रानीगंज के प्रतिष्ठित ज्वेलरी शोरूम डकैती के मामले में प्रत्यक्ष रूप से शामिल सात आरोपियों में से चौथे के रूप में बिहार के सिसवन थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव के निवासी विवेक चौधरी को शुक्रवार रात मेघालय से दबोच लिया गया. मेघालय के री-भोई जिला के खानापारा थाने की पुलिस की मदद से आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) की टीम ने आरोपी को खानापारा इलाके से गिरफ्तार कर लिया. जांच के क्रम में पुलिस को पता चला कि डकैती के बाद विवेक पहले सीवान अपने गांव पहुंचा. वहां से एक दिन बाद ही निकल गया. फिर पुलिस को पता चला कि विवेक का भाई मेघालय में एक क्रशर में काम करता है. हो न हो, आरोपी मेघालय भाई के पास गया होगा. इस सूचना के आधार पर एडीपीसी की एक टीम मेघालय भेजी गयी और वहां खानापारा थाने की पुलिस की मदद से आरोपी को शुक्रवार रात दबोच लिया गया. पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) ध्रुव दास ने बताया कि शनिवार को मेघालय की स्थानीय अदालत में आरोपी की चार दिनों की ट्रांजिट रिमांड की अर्जी दी गयी. अदालत ने अर्जी मंजूर कर ली. ट्रांजिट रिमांड की अवधि में आरोपी को लाकर आसनसोल अदालत में पेश किया जायेगा. कार लूट और कार मालिक को गोली मारने में आरोपी लिप्त था या नहीं, इसकी जांच होगी. इस बीच, आरोपी की आपराधिक पृष्ठभूमि खंगाली जा रही है. गौरतलब है कि नौ जून 2024 को रानीगंज के प्रतिष्ठित ज्वेलरी शोरूम में दुस्साहसिक डकैती हुई थी. सात की संख्या में बदमाशों ने हथियार के बल पर शोरूम को लूटा, लेकिन उनकी किस्मत उस दिन खराब थी. जामुड़िया थाना क्षेत्र के श्रीपुर पुलिस फांड़ी के प्रभारी मेघनाद मंडल किसी काम से शोरूम के पास एक दुकान में कुछ लेने आये थे. डकैती की सूचना मिलते ही वह शोरूम की ओर बढ़े और वहां से निकलते डकैतों पर गोली चलाने लगे. दोनों ओर से गोलियां चलने लगीं. इसमें डकैती का सरगना सोनू सिंह उर्फ सोनू गुप्ता को गोली लग गयी, जिससे डकैतों का मनोबल टूट गया और वे अपने घायल साथी को लेकर भागने में उलझ गये. चार करोड़ रुपये से अधिक के जेवरात तीन बैग में भरे थे, भागने के चक्कर में दो बैग शोरूम में ही छूट गये. एक बैग में 1.83 करोड़ रुपये मूल्य के ही जेवरात लेकर डकैत भाग पाये. भागने के क्रम में आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र में एक कार लूटी और कार मालिक को गोली मार कर फरार हो गये. दो अलग-अलग थानों में दो भिन्न – भिन्न मामले उन पर दर्ज हुए हैं.डकैती में प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से शामिल कुल पांच आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
नौ जून को डकैती करने के बाद कार लूट कर भागने के क्रम में गिरिडीह (झारखंड) में पुलिस ने उन्हें घेर लिया. सरिया थाना क्षेत्र के जंगल में कार छोड़ कर भागने के दौरान आरोपी व गोपालगंज (बिहार) जिला के उचकागांव थाना क्षेत्र के बंकीखाल गांव का कुख्यात सूरज कुमार सिंह पुलिस के हत्थे चढ़ गया. सूरज के पकड़ाने के कुछ घंटों बाद ही डकैती का सरगना व बिहार के कुख्यात अपराधियों की सूची में शामिल सोनू भी सरिया जंगल इलाके से पकड़ लिया गया. 15 जून को अंडाल थाना क्षेत्र से एक फल-विक्रेता शशिकांत माली को गिरफ्तार किया गया. डकैती कांड में वह परोक्ष रूप से शामिल था. डकैती में लिप्त बदमाशों को वह जरूरी सूचना दिया करता था. डकैती में तीसरे प्रत्यक्ष आरोपी के रूप में छपरा (बिहार) जिला के मांजी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर के निवासी नागेंद्र यादव को दबोचा गया. वह सीवान के दरौंदा थाना क्षेत्र के शेरही गांव में अपने फूफा के घर में पनाह लिये हुए था. प्रत्यक्ष रूप से शामिल चौथा आरोपी सीवान जिला के सिसवन थाना क्षेत्र के निवासी विवेक को मेघालय से गिरफ्तार किया गया.
दो हत्याकांडों में आरोपी है विवेक, इसके लिए सात लाख रुपये का था ऑफर
ज्वेलरी शोरूम में डकैती का सरगना सोनू और मेघालय में गिरफ्तार विवेक दोनों अगल-बगल के गांव में रहते हैं. सोनू, सीवान जिला के सिसवन थाना क्षेत्र के रामगढ़ इलाके का निवासी है और विवेक चांदपुर गांव का बाशिंदा है. दोनों गांव सटे हुए हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार विवेक पर दो हत्या के मामलों में आरोपी है. पहले वह एक मिठाई की दुकान में काम करता था. यहां से वह कुसंगत में पड़कर अपराध की दुनियां में कदम रखा. सिसवन थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव में 10 जनवरी 2022 को अपराधियों ने 24 वर्षीय युवक कृष्णा पांडे को गोलियों से भून दिया था. जिसमें पुलिस ने विवेक को भी आरोपी बनाया. सीवान जिला के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बामनडीह गांव के समीप 22 जुलाई 2022 को चैनपुर गांव में निवासी व पॉलिटेक्निक के छात्र सन्नी अली (20) को अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में भी पुलिस ने विवेक को आरोपी बनाया. इसके अलावा भी गोपालगंज के एक कांड में उसकी गिरफ्तारी हुई थी. फिलहाल वह जमानत पर बाहर है. सोनू ने अपनी टीम में उसे शामिल किया. सूत्रों के अनुसार दो दिनों के काम के लिए सात लाख रुपये का ऑफर मिला था. अभी भी पुलिस को सोना नहीं मिला है. 1.83 करोड़ के जेवरात में से पुलिस को 55 ग्राम सोने के जेवरात की बरामदगी हुई है.
सेना में जाने की तैयारी करते-करते कर दी डकैती
छपरा (बिहार) जिला के मांजी थाना क्षेत्र अंतर्गत मुबारकपुर इलाके का निवासी नागेंद्र भारतीय सेना में भर्ती होने की तैयारी में जुटा था. पुलिस सूत्रों के अनुसार तीन बार वह परीक्षा भी दे चुका है. हालांकि उसका सेलेक्शन नहीं हुआ. वह अगली बार भी परीक्षा देने की तैयारी में था. अचानक उसे इस कांड को अंजाम देने के लिए पांच लाख रुपये का ऑफर मिल गया और वह इसमें शामिल हो गया. उसकी एक गलती जिंदगी में उसके लिए अनेकों दरवाजों को बंद कर दिया है. अब वह कभी भी सेना का जवान नहीं बन पायेगा.
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