कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे में गुस्करा की महिला की हुई है मौत
सोमवार को एनजेपी के पास रंगापानी में कंचनजंगा एक्सप्रेस से हुए भीषण हादसे में पूर्व बर्दवान के गुस्करा पुलिस फांड़ी के ईटाचंदा इलाके की रहनेवाली एक महिला की भी मौत हुई है. उसका नाम ब्यूटी बेगम(43) बताया गया है. मंगलवार सुबह शव के कार से वार्ड पांच के ईटाचंदा इलाके में पहुंचते ही वहा मातम पसर गया. ध्यान रहे कि सोमवार को सुबह रंगापानी स्टेशन के पास एक मालगाड़ी ने सियालदह जानेवाली कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से ठोकर मार दी थी,
बर्दवान/पानागढ़.
सोमवार को एनजेपी के पास रंगापानी में कंचनजंगा एक्सप्रेस से हुए भीषण हादसे में पूर्व बर्दवान के गुस्करा पुलिस फांड़ी के ईटाचंदा इलाके की रहनेवाली एक महिला की भी मौत हुई है. उसका नाम ब्यूटी बेगम(43) बताया गया है. मंगलवार सुबह शव के कार से वार्ड पांच के ईटाचंदा इलाके में पहुंचते ही वहा मातम पसर गया. ध्यान रहे कि सोमवार को सुबह रंगापानी स्टेशन के पास एक मालगाड़ी ने सियालदह जानेवाली कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से ठोकर मार दी थी, जिससे एक्सप्रेस ट्रेन के पीछे की दो सामान्य बोगियों समेत कई अन्य कोच क्षतिग्रस्त हो गये हैं. हादसे में दो रेलकर्मियों समेत नौ लोगों की मौत हो गयी है. मिली जानकारी के मुताबिक ब्यूटी बेगम इसी ट्रेन से बकरीद पर अपने गांव लौट रही थी. लेकिन ट्रेन हादसे में बुरी तरह घायल होने पर उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. ब्यूटी बेगम के शौहर हसमत शेख सिलीगुड़ी में निजी कंपनी में काम करते हैं. ब्यूटी अपने शौहर के पास ही बीते एक माह से थी. सोमवार सुबह उसने एनजेपी स्टेशन से कंचनजंगा एक्सप्रेस पकड़ी थी. वह इस ट्रेन से बर्दवान आती, जहां से अपने घर गुस्करा चली जाती, पर नियति को यह मंजूर नहीं था. ट्रेन हादसे में मृत यात्रियों में ब्यूटी बेगम भी शामिल थी. ट्रेन हादसे का पता चलते ही हसमत शेख भी फौरन जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल पहुंचा. काफी खोजबीन के बाद पता चला कि ब्यूटी बेगम की भी हादसे में मौत हो गयी है. मंगलवार सुबह काले रंग की कार से ब्यूटी बेगम का कफन में लिपटा शव गुस्करा पुलिस फांड़ी के ईटाचांद इलाके में पहुंचा, तो वहां मातम छा गया. मंगलवार को उसके शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. परिजनों ने बताया कि हसमत शेख अपनी बीवी को हल्दीबाड़ी एक्सप्रेस ट्रेन पकड़वाने के लिए स्टेशन पर पहुंचा था. मगर वो ट्रेन वहां से नहीं चली, लिहाजा ब्यूटी को कंचनजंगा एक्सप्रेस में बैठा दिया. हसमत को क्या पता था कि यह हादसा हो जायेगा. हसमत का बेटा भी केरल से अपने गांव के लिए चल पड़ा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है