संवाददाता, कोलकाता
. हावड़ा स्टेशन पर लगभग आठ-नौ वर्षीय बच्चे को अकेले घूमते देखकर कुछ लोगों ने इसकी जानकारी मिथिला विकास परिषद के अध्यक्ष अशोक झा को दी. श्री झा ने परिषद के कार्यकर्ताओं को स्टेशन पर भेजा और बच्चे की खोज-खबर लेने को कहा. परिषद के लोगों ने बच्चे को पकड़ कर उसे स्टेशन पर स्थित चाइल्डलाइन के हवाले कर दिया. मिथिला विकास परिषद के सदस्यों ने बच्चे से मैथिली में बात कर उसकी पूरी जानकारी ली. परिषद के अध्यक्ष अशोक झा ने बताया कि बच्चा मधुबनी जिले के नरार थाना इलाके का रहने वाला है. बच्चे ने उन्हें बताया कि वह सियालदह में एक चाय की दुकान में काम करता था. सोमवार को वह किसी तरह से हावड़ा स्टेशन पहुंच गया था.
बाल श्रम कराने वालों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई : झा
बच्चे से बाल श्रम कराये जाने का खुलासा हुआ है. श्री झा ने कहा कि गांव के गरीब बच्चों को लाकर कोलकाता की छोटी-छोटी दुकानों में बाल श्रम कराने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. ऐसे माता-पिता के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए जो अपने बच्चों को बाल श्रम के लिए शहरों में भेज देते हैं. हावड़ा स्टेशन पर सिविक वालंटियर के रूप में ड्यूटी करने वाले सुमन रावत ने बताया कि बच्चे को सुरक्षित स्थान चाइल्ड लाइन पहुंचा दिया गया है. उसके गांव के लोगों से बात हुई है. उम्मीद है घर वाले जल्द ही अपने बच्चे को लेने हावड़ा पहुंचेंगे.
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