युवक की रहस्यमय मौत की जांच के लिए कलकत्ता हाइकोर्ट पहुंचा परिवार
परिजनों का है आरोप-पुलिस हिरासत में पिटाई से हुई है मौत
परिजनों का है आरोप-पुलिस हिरासत में पिटाई से हुई है मौत कोलकाता. दक्षिण 24 परगना के ढोलाहाट थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक युवक को चोर के संदेश में गिरफ्तार किया था. बाद में उसे जमानत भी मिल गयी थी. लेकिन आरोप है कि जमानत मिलने के बाद युवक अबू सिद्दिकी हलदर की तबीयत खराब हो गयी और सोमवार को महानगर के एक निजी अस्पताल में उसकी मौत हो गयी. इसके बाद परिजनों का आरोप है कि अबू सिद्दिकी के साथ लॉकअप में मारपीट की गयी थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हुई है. अब मृत युवक के परिजनों ने घटना की जांच के लिए कलकत्ता हाइकोर्ट का रुख किया है. परिजनों का आरोप है कि अबू सिद्दिकी के शव का पोस्टमार्टम हुआ है, लेकिन इसकी वीडियोग्राफी की गयी या नहीं और पोस्टमार्टम के समय कोई मजिस्ट्रेट थे या नहीं, इसके बारे में उनको कोई जानकारी नहीं दी गयी है. हाइकोर्ट की न्यायाधीश अमृता सिन्हा ने पीड़ित परिवार को याचिका दायर करने की अनुमति प्रदान कर दी है. गुरुवार को मामले की सुनवाई होने की संभावना है. वहीं, घटना के संबंध में पुलिस का दावा है कि युवक के साथ थाने में मारपीट नहीं की गयी थी. इस संबंध में सुंदरबन जिला पुलिस के अधीक्षक ने संवाददाताओं से कहा है कि अबू सिद्दिकी की मृत्यु का उसके पुलिस हिरासत में रहने से कोई संबंध नहीं है, क्योंकि पुलिस हिरासत में उसके साथ मारपीट की घटना नहीं हुई. गौरतलब है कि घटना की शुरुआत 30 जून को हुई थी. उस दिन घाटमुकुलतला इलाका स्थित एक मकान में गहनों की चोरी हुई थी. इस मामले में अबू सिद्दिकी की गिरफ्तारी हुई थी. अबू सिद्दिकी को चार जुलाई को काकद्वीप सब डिविजनल कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उसे जमानत मिल गयी थी. रिहा होने के बाद युवक अस्वस्थ हो गया था. उसे पहले मथुरापुर ब्लॉक अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिर डायमंड हार्बर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में स्थानांतरित किया गया. वहां भी हालत में सुधार नहीं होने पर उसे एक निजी अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया, जहां सोमवार रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. इसके बाद मंगलवार को स्थानीय लोगाें ने ढोलाहाट थाना के सामने जमकर हंगामा और प्रदर्शन किया था. दूसरे दिन भी हुआ प्रदर्शन मंगलवार के दूसरे दिन यानी बुधवार को भी घटना को लेकर ढोलाहाट थाना के समक्ष इंडियन सेकुलर फ्रंट (आइएसएफ) के कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया. आइएसएफ के नेता अब्दुल मालेक मोल्ला ने उक्त घटना की सटीक जांच की मांग की है. मामले को लेकर थाना में ज्ञापन भी सौंपा गया.
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