अजय नदी का जलस्तर बढ़ने से दरका अस्थायी सेतु

पश्चिम बर्दवान के कांकसा और बीरभूम जिले के इलमबाजार के जयदेव केंदुली के बीच बह रही अजय नदी का जलस्तर बढ़ गया है. इससे नदी पर बने अस्थायी सेतु में दरार पड़ने लगी है. फिर भी उससे भारी वाहनों की आवाजाही जारी है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 2, 2024 6:28 PM

पानागढ़.

पश्चिम बर्दवान के कांकसा और बीरभूम जिले के इलमबाजार के जयदेव केंदुली के बीच बह रही अजय नदी का जलस्तर बढ़ गया है. इससे नदी पर बने अस्थायी सेतु में दरार पड़ने लगी है. फिर भी उससे भारी वाहनों की आवाजाही जारी है. इस चिंताजनक स्थिति पर दोनों ही जिलों का प्रशासन मौन है. ऐसे में कभी भी बड़ी अनहोनी हो सकती है. बताया गया है कि बरसात शुरू होते ही अजय नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है. नदी पर बने अस्थायी पुल पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. कई जगह सेतु में दरार आ गयी है. उससे ट्रक व अन्य भारी वाहन गुजर रहे हैं. नदी के दोनों ओर के जिले के लोग जान हथेली पर रख कर पुल से आवाजाही कर रहे हैं. यह अस्थायी पुल पश्चिम बर्दवान के कांकसा ब्लॉक के शिवपुर और बीरभूम जिले के इलमबाजार के जयदेव के बीच मौजूद है. इसे लेकर चिंताएं धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं.

स्थानीय लोगों को डर है कि दरकते अस्थायी सेतु से भारी गाड़ियों के लगातार गुजरने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. इस स्थिति पर जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए, लेकिन अभी तक उदासीनता ही दिखी है. लगातार बारिश से पड़ोस के झारखंड के शिकटिया जलाशय से पानी छोड़ा जा रहा है. नतीजन सोमवार रात से ही अजय का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है. अस्थायी पुल टूटने के कगार पर है. इससे पहले हरपा बांध में अस्थायी पुल टूटने से भारी ट्रक नदी की मझधार में फंस गया था. अब अजय का जलस्तर नये सिरे से बढ़ रहा है. लेकिन बीरभूम जिला पुलिस या आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) के कांकसा थाने की ओर से निगरानी नहीं की जा रही है. हालांकि बगल ही अजय पर स्थायी पुल बन रहा है. अभी तक काम पूरा नहीं होने से परेशानी बढ़ती जा रही है. शिक्षक आनंदमय गोराई व अनेक लोग प्रतिदिन इसी पुल से होकर बीरभूम के स्कूल जाते हैं.

उन्होंने कहा कि अजय का स्थायी पुल अभी पूरा नहीं बना है. इसलिए हमारी परेशानी बढ़ती जा रही है. फिर से अजय नदी का जलस्तर बढ़ने से अस्थायी पुल टूटने के कगार पर है. भारी वाहनों की अस्थायी सेतु से आवाजाही बड़ी अनहोनी को दावत दे रही है. यदि हादसा हुआ, तो जानमाल की बड़ी क्षति हो सकती है. कांकसा पंचायत समिति के अध्यक्ष भवानी प्रसाद भट्टाचार्य ने कहा कि वह पुलिस अफसरों से स्थिति पर बात कर रहे हैं. अस्थायी सेतु से यातायात को नियंत्रित करना जरूरी है. उम्मीद है कि अजय पर स्थायी पुल का काम सितंबर तक पूरा हो जायेगा, तब समस्या खत्म हो जायेगी. आज दोनों जिलों के लोगों में भय व आतंक देखा गया.

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