शेख शाहजहां को देखते ही कोर्ट के बाहर समर्थकों ने लगाये ‘जय बांग्ला’ के नारे
शाहजहां समेत तीन आरोपियों की न्यायिक हिरासत अवधि फिर बढ़ी
शाहजहां समेत तीन आरोपियों की न्यायिक हिरासत अवधि फिर बढ़ी कोलकाता. लोकसभा चुनाव में बशीरहाट सीट पर भी तृणमूल कांग्रेस ने कब्जा जमाया है. उक्त लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत ही संदेशखाली भी आता है. यहां काफी प्रभावशाली माने जाने वाला शेख शाहजहां फिलहाल तृणमूल कांग्रेस से निलंबित है और प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के अधिकारियों पर हुए हमले वाले मामले में गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में है. शाहजहां व उसके साथियों पर संदेशखाली में जबरन जमीन हड़पने व महिलाओं पर कथित यौन अत्याचार का भी आरोप है. तीनों ही मामलों की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) कर रहा है, जबकि धनशोधन से जुड़े मामले की जांच इडी कर रहा है. शुक्रवार को शाहजहां, उसका भाई शेख आलमगीर और उनका करीबी माने जाने वाले दीदार मोल्ला की न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें बशीरहाट महकमा अदालत में पेश किया गया. अदालत के बाहर शाहजहां को देखते ही उसके समर्थकों ने ‘जय बांग्ला’ के नारे लगाये. इसके बाद शाहजहां ने हाथ उठाकर उनका अभिवादन किया. असल में संदेशखाली की घटनाओं के लेकर लोकसभा चुनाव के पहले से ही भाजपा राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी पर हमलावर रही. इसके बाद कयास लगाये जाने लगे कि संदेशखाली की घटनाओं का असर बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के चुनाव के नतीजों में दिखेगा, जहां पिछली बार हुए आम चुनाव में भी तृणमूल की जीत हुई थी. हालांकि, ऐसा कुछ नहीं हुआ और तृणमूल ने यहां अपनी जीत को बरकरार रखा. इधर, इस दिन अदालत में हुई सुनवाई के दौरान शाहजहां समेत तीन आरोपियों को जमानत देने की अपील की गयी. हालांकि, इसका केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से विरोध किया गया. सुनवाई के बाद अदालत ने शाहजहां समेत तीनों आरोपियों को फिलहाल 14 दिन और न्यायिक हिरासत में रखे जाने का निर्देश दिया.
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