दुर्गापुर. दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के दुर्गापुर थर्मल पावर स्टेशन(डीटीपीएस) प्रबंधन के खिलाफ पुनर्वास की मांग पर बस्तीवासियों का अनशन सातवें दिन भी जारी रहा. इस बीच, अनशन पर अड़े बस्तीवासियों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनसे मिलने राज्य के मंत्री या सांसद नहीं आते हैं, तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी. बस्तीवासियों की मांग का राज्य के मंत्री प्रदीप मजूमदार व सांसद कीर्ति आजाद ने समर्थन किया है. शुक्रवार को सांसद व मंत्री के फोन पर आये निर्देश के बाद कुछ स्थानीय तृणमूल नेता अनशनरत बस्तीवासियों से मिलने आये और समझाने की कोशिश की, मगर बस्तीवासी भड़क गये और दोटूक कह दिया कि जब तक मंत्री अथवा, सांसद यहां आकर उन्हें नहीं सुनते, तब तक अनशन खत्म करने का सवाल ही नहीं है. किसी स्थानीय नेता के कहने पर अनशन नहीं खत्म किया जायेगा. भूमि उच्छेद रक्षा कमेटी के सचिव अरिंदम नायक ने आरोप लगाया कि कुछ स्थानीय तृणमूल नेताओं के चलते ही हालात बिगड़े हैं. ये नेता डीवीसी की दलाली करते हुए मोटी रकम लेकर बस्तीवासियों को जबरन हटाने में डीटीपीएस प्रबंधन की मदद कर रहे हैं. सांसद व मंत्री के समर्थन से बस्तीवासी उत्साहित हैं. अनशनकारियों की बात जब स्थानीय तृणमूल नेताओं ने सांसद कीर्ति आजाद को बतायी, तो उन्होंने कहा कि वह दो दिन के आधिकारिक कार्य से बाहर हैं. दो दिनों बाद दुर्गापुर लौट कर बस्तीवासियों से मिल कर उनसे अनशन खत्म करने की अपील करेंगे. मालूम रहे कि आंदोलन कर रहे बस्तीवासियों में 4774 परिवार हैं, जो उच्छेद से पहले उनके लिए पुनर्वास की व्यवस्था चाहते हैं.
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