सीएम के साथ हुआ व्यवहार स्वीकार्य नहीं : तृणमूल

बंगाल को कुछ केंद्रीय योजनाओं की राशि से वंचित रखा जा रहा है. केंद्रीय बजट में भी बंगाल के लिए कुछ नहीं है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 28, 2024 12:36 AM

कोलकाता. बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की ओर से शनिवार को कहा गया कि नयी दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हुआ व्यवहार स्वीकार्य योग्य नहीं है. पार्टी इसकी तीव्र निंदा करती है. इस दिन राज्य की उद्योग मंत्री व तृणमूल की नेता डॉ शशि पांजा ने कहा : नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पूरा वक्तव्य रखने नहीं दिया गया. माइक को बंद कर दिया. बंगाल को कुछ केंद्रीय योजनाओं की राशि से वंचित रखा जा रहा है. केंद्रीय बजट में भी बंगाल के लिए कुछ नहीं है. नीति आयोग की बैठक में सुश्री बनर्जी का माइक बंद करना अत्यंत दुर्भाग्यजनक है. नीति आयोग को राज्यों को राजनीतिक चश्मा से नहीं, बल्कि विकास के चश्मा से देखा जाना उचित है. आखिर, गैर भाजपा शासित प्रदेशों के साथ पक्षपात क्यों? इस घटना से पूरे बंगाल का अपमान हुआ है. सुश्री बनर्जी के साथ हुआ व्यवहार स्वीकार्य योग्य नहीं है. इधर, तृणमूल के प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा : एक बार फिर साबित हो गया कि नीति आयोग कैसे भाजपा के स्वार्थ पूरा होने के लिए कार्य करता है. देश की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जब बंगाल की वंचना की बात कर रही थीं, तब उनका माइक बंद कर दिया गया. उन्होंने सवाल किया कि आखिर पश्चिम बंगाल को 1.75 लाख करोड़ रुपये बकाये की राशि क्यों नहीं दी जा रही है? पांच मिनटों में अन्यायपूर्ण तरीके से उनका माइक बंद कर दिया गया. तृणमूल इस अपमान की तीव्र निंदा करती है. भाजपा विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है. यह भी एक बार साबित हो गया. इस दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि उन्हें नयी दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में बोलने की अनुमति नहीं देकर अपमानित किया गया है. सुश्री बनर्जी ने यह भी कहा कि अगर अन्य राज्यों को अधिक धन आवंटित किया जाता है, तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन वह पश्चिम बंगाल के साथ भेदभाव का विरोध करेंगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version