मनरेगा को लेकर बंगाल में हुई हैं अनेक अनियमितताएं

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) को लेकर पश्चिम बंगाल में कई अनियमितताएं हुई हैं और राशि को दूसरे मदों में खर्च कर दिया गया, जिसके कारण राज्य के लिए पैसे का आवंटन रोका गया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 31, 2024 2:19 AM

शिवराज बोले. योजना का ””फंड डायवर्ट”” किया गया, इसलिए रोका गया पैसा

एजेंसियां, कोलकाता/नयी दिल्लीकेंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) को लेकर पश्चिम बंगाल में कई अनियमितताएं हुई हैं और राशि को दूसरे मदों में खर्च कर दिया गया, जिसके कारण राज्य के लिए पैसे का आवंटन रोका गया. उन्होंने सदन में प्रश्नकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्य कल्याण बनर्जी के पूरक प्रश्न का जवाब देते हुए यह टिप्पणी की. कल्याण बनर्जी ने पूरक पूछते हुए आरोप लगाया कि मनरेगा के संदर्भ में केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के साथ राजनीतिक पक्षपात दिखाया है. इसका जवाब देते हुए श्री चौहान ने कहा कि मजदूर जितने दिन का रोजगार मांगते हैं, उतना दिया जाता है. यह नरेंद्र मोदी की सरकार है. इस साल 86 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. अगर जरूरत और मजदूरों की मांग हुई, तो इसे और बढ़ाया जायेगा. उनका कहना था कि अगर कोई योजना का दुरुपयोग करेगा, ‘फंड डायवर्ट’ करेगा और योजना का नाम बदलेगा, तो कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने दावा किया : पश्चिम बंगाल ने कई अनियमितताएं की हैं. ‘फंड डायवर्ट’ किया गया है. योजनाओं का नाम बदला गया है. इसे लेकर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पश्चिम बंगाल की सरकार ने उन अधिकारियों को बचाने का काम किया है, जिन्होंने ‘फंड डायवर्ट’ किया है. इसलिए योजना का पैसा रोका गया है. श्री चौहान ने कहा : यह पैसा खाने के लिए नहीं है, यह मजदूरों के लिए है. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने सदन में हंगामा किया. इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा : आप नियम 55 के तहत लिखकर दे दें, मैं (मनरेगा को लेकर) चर्चा करा दूंगा.

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