अगले उपचुनाव में भी कांग्रेस व माकपा में हो सकता है गठबंधन
राज्य में लोकसभा चुनाव कांग्रेस और वामो ने मिल कर लड़ा था. हालांकि नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे. गठबंधन के बावजूद दो में से एक सीट कांग्रेस ने गंवा दी. जो सीट कांग्रेस हारी है, उस पर लगातार पांच बार तक अधीर चौधरी जीतते आये हैं. इसी बीच राज्य में 10 जुलाई को होने वाले चार विधानसभा सीटों के उपचुनावों के को लेकर चर्चा तेज हो गयी है.
कोलकाता.
राज्य में लोकसभा चुनाव कांग्रेस और वामो ने मिल कर लड़ा था. हालांकि नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे. गठबंधन के बावजूद दो में से एक सीट कांग्रेस ने गंवा दी. जो सीट कांग्रेस हारी है, उस पर लगातार पांच बार तक अधीर चौधरी जीतते आये हैं. इसी बीच राज्य में 10 जुलाई को होने वाले चार विधानसभा सीटों के उपचुनावों के को लेकर चर्चा तेज हो गयी है. अब चुनाव के लिए माकपा व कांग्रेस आपस में गठजोड़ करने के इच्छुक हैं. हालांकि वाममोर्चा कांग्रेस की ओर से इसकी पहल का इंतजार कर रही है. माकपा की राज्य कमेटी के सूत्रों ने दावा किया कि पार्टी ने सीट बंटवारे के लिए एक प्रारंभिक फार्मूला तैयार कर लिया है, बशर्ते कांग्रेस इस मामले में साथ देने को तैयार हो. फार्मूले के अनुसार, अगले महीने होने वाले उपचुनावों में चार सीटों में से कांग्रेस को उत्तर दिनाजपुर जिले की रायगंज सीट की पेशकश की जायेंगी, जबकि माकपा उत्तर 24 परगना जिले की बागदा और कोलकाता की मानिकतला सीट पर चुनाव लड़ने की पेशकश करेगी. चौथी सीट नदिया की राणाघाट दक्षिण के लिए माकपा घटकदलों के पक्ष में है. हालांकि, माकपा के एक वरिष्ठ राज्य कमेटी के सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि नेतृत्व के एक छोटे हिस्से का मानना है कि अगर पार्टी उपचुनाव में अकेले उतरती है, तो बेहतर होगा. क्योंकि इससे माकपा को अपनी ताकत को समझने का मौका मिलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है