बीरभूम. लोकसभा चुनाव में बीरभूम संसदीय सीट से चौथी बार जीत कर तृणमूल कांग्रेस की सांसद बनीं शताब्दी राय के तल्ख बयान से तृणमूल कांग्रेस में खलबली मच गयी है. जिले के खैराशोल में आयोजित सभा में शताब्दी ने चेतावनी दे डाली कि तृणमूल में रह कर पार्टी के खिलाफ साजिश करनेवाले संभल जायें. ऐसे लोग अपनी हरकत से बाज नहीं आये, तो पार्टी उन्हें चिह्नित कर बाहर का रास्ता दिखा देगी. इस बयान के बाद तृणमूल के हलकों में खलबली मच गयी है. शताब्दी ने कहा कि पहले ऐसे नेताओं-कार्यकर्ताओं को टॉलरेट किया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा. सार्वजनिक सभा के मंच से शताब्दी ने आगे कहा, “पार्टी से बेईमानी करनेवालों को पहले तो नहीं, मगर अब भगाया जायेगा. बताया गया है कि लोकसभा चुनाव में अच्छे नतीजों के लिए बूथ कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने के वास्ते खैराशोल में तृणमूल का कार्यक्रम था. खैराशोल के गोष्ठडांगा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में बीरभूम की सांसद शताब्दी राय, उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी, जिला तृणमूल कोर कमेटी के सदस्य सुदीप्त घोष और विधायक विकास रायचौधरी आदि उपस्थित थे. मतदान कर्मी सम्मान समारोह में शताब्दी राय ने कहा, “मुझे लगता है कि यह सर्टिफिकेट पहले कभी नहीं दिया गया, पर अब ऐसा हो रहा है. यह तृणमूल के नये विचारों की पहल है. जो पहले नहीं हुआ वो अब होगा. जिन्होंने पार्टी से बेईमानी की है, उन्हें पहले नहीं निकाला गया, लेकिन अब निकालेंगे.” शताब्दी के इस बयान पर पूरा मंच तालियों से गूंज उठा चार बार की तृणमूल सांसद ने यह भी कहा, “मैं चाहती हूं कि विपक्ष बना रहे. विपक्ष सम्माननीय है. उसमें यह कहने का साहस है कि वे हमारा विरोध करते हैं. लेकिन तृणमूल के अंदर कुछ लोगों ने इस बार आम चुनाव के समय हिंदुओं के पास जाकर उन्हें भाजपा को वोट देने और मुसलमानों को कांग्रेस को वोट देने को कहा है. ऐसे लोगों से तृणमूल को सावधान रहने की जरूरत है. ऐसे ही लोग तृणमूल को अंदर ही अंदर दीमक की तरह चट कर रहे हैं. शताब्दी ने ऐसे नेताओं को पार्टी से खदेड़ने की बात कही है. लगातार चार बार की सांसद के इस बयान को लेकर जिला तृणमूल में नयी बहस छिड़ गयी है. जिला पार्टी कोर कमेटी भी मंथन में जुट गयी है.
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