आसनसोल/जामुड़िया .
पुरुलिया जिले के तीन युवकों के अपहरण की वारदात के बाद छह घंटे के भीतर ही पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को पकड़ लिया और अपहृत युवकों को मुक्त करा लिया. दरअसल, पुरुलिया के रघुनाथपुर और बलरामपुर थाना इलाके के तीन युवक क्रिकेट खेलने के नाम पर घर से निकले थे. लेकिन कुछ घंटे बाद ही उनके घरवालों को फोन आया कि तीनों लड़कों को अपहरण कर लिया गया है, फिरौती के रूप में 10 लाख रुपये का भुगतान करके अपने लड़कों को ले जाएं. यह सुनते ही घरवालों के होश उड़ गये. घरवालों ने अपहर्ताओं के साथ काफी देर तक मोलभाव करके 10 लाख की फिरौती की रकम को दो लाख तक लाया. पुलिस को भी इसकी सूचना दी गयी. पुलिस ने फोन नंबर ट्रैक करके अपहर्ताओं का लोकेशन लेकर उन्हें पकड़ने के लिए निकल पड़ी. पुलिस की आहट मिलते ही अपहर्ताओं की छह सदस्यों की टीम तीनो अपहृतों को बोलेरो में लेकर भागने लगे. इसी दौरान जामुड़िया थाना क्षेत्र के श्रीपुर फांड़ी अंतर्गत काखोया रोड पर झेलाडांगा के पास रात नौ बजे पुलिस से उनका आमना सामना हो गया. छह में से दो आरोपी भागने में सफल रहे. पुलिस ने चार आरोपियों, रानीगंज पंजाबी मोड़ इलाके के सोहन साव और कमलेश यादव तथा श्रीपुर पुलिस फांड़ी इलाके के मोहम्मद शमशाद और कार चालक मोहम्मद शमसुद्दीन को पकड़ लिया. कार में सवार तीनो अपहृतों को भी मुक्त करा लिया गया. पुरुलिया जिला के रघुनाथपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर चार इलाके के निवासी व अपहृत सुशांत दे के पिता महादेव दे की शिकायत पर जामुड़िया थाने में कांड संख्या 303/24 में आइपीसी की धारा 364(ए)/120 बी के तहत मामला दर्ज हुआ. सोमवार को सभी आरोपियों को आसनसोल सीजेएम अदालत में पेश किया गया. जांच अधिकारी श्रीपुर पुलिस फांड़ी के प्रभारी मेघनाथ मंडल ने आरोपियों की सात दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने पांच दिनों की रिमांड मंजूर की. तीनों अपहृत युवकों का सीआरपीसी की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराया गया. अदालत के निर्देश पर तीनों युवकों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया.क्या है पूरा मामला
इस मामले में श्री दे ने अपनी शिकायत में कहा कि उनका पुत्र सुशांत, चचेरा भतीजा विशाल सिंह और उसका दोस्त पवित्र मंडल तीनों रविवार सुबह 11 बजे घर से यह बोलकर निकले कि, क्रिकेट मैच खेलने आसनसोल जा रहे हैं. अचानक दोपहर को उन्हें विशाल के पिता विश्वजीत सिंह का फोन आया कि अज्ञात बदमाशों ने विशाल, सुशांत और पवित्र का अपहरण कर लिया है और उन्हें जामुड़िया थाना क्षेत्र के निंघा इलाके में किसी गुप्त जगह पर रखा है. 10 लाख रुपये फिरौती की मांग की है. बाद में रकम को घटाकर अपराधी दो लाख पर मान गये.
कैसे हुआ तीनों युवकों का अपहरण
पुलिस सूत्रों के अनुसार तीनों युवकों को अपहरणकर्ताओं ने एक माध्यम से बेहतर नौकरी देने का लालच देकर आसनसोल बुलाया था. अपहरणकर्ताओं के साथ तीनों युवकों का कोई संबंध नहीं है. इनके दो दोस्त हैं, जिनके साथ अपहर्ताओं का सीधा संबंध है. उन्हीं दो दोस्तों ने इन तीनों को नौकरी देने के नाम पर बुलाया और अपहर्ताओं से संपर्क कराया. तीनों युवक बाइक से आसनसोल आये थे. बाइक को एक गैरेज में पार्क करके ये तीनों युवक अपहर्ताओं के साथ खुद चले गये. इन्हें काफी देर बाद बाद पता चला कि उनका अपहरण हो चुका है.
कैसे पुलिस ने पकड़ा अपहर्ताओं को
फिरौती का फोन मिलने के बाद ही तीनों युवकों के परिजन जामुड़िया थाना क्षेत्र के श्रीपुर पुलिस फांड़ी पहुंच गये. पुलिस को पूरी कहानी बताई कि अपहर्ताओं ने तीनों युवकों को निंघा इलाके में किसी गुप्त जगह पर रखने की बात कही है. अपहर्ता अपने फोन का उपयोग नहीं कर रहे थे, अपहृत युवकों के फोन से ही उनके घरवालों से बात कर रहे थे. पुलिस ने फोन कॉल का टावर लोकेशन निकाला. निंघा इलाके में इसीएल के आवासीय इलाके में उन्हें रखा गया था. टावर लोकेशन के आधार पर पुलिस ने छानबीन शुरू की. जिसकी भनक अपहर्ताओं को लगते ही उन्होंने तीनों अपहृतों को लेकर अपना लोकेशन बदल दिया. उन्होंने श्रीपुर फांड़ी अंतर्गत ही झेलाडांगा इलाके में एक खुले मैदान में शरण ले ली. बारिश में वे काफी भीग गये थे. पुलिस की तलाश चारों ओर शुरू हो गयी थी. पुलिस झेलाडांगा इलाके में पहुंच गयी. पुलिस को देखते ही वे वहां से बोलेरो लेकर निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें घेर लिया. बोलेरो में सवार छह में से दो बदमाश भागने में सफल रहे. तीनों अपहृतों को भी पुलिस ने बोलेरो से बरामद किया. इस कांड में और भी कुछ लोग शामिल हैं. जिनकी तलाश में पुलिस जुट गयी है.
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