कोलकाता.
भारत सेवाश्रम संघ ने मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की साधुओं के बारे में की गयी विवादास्पद टिप्पणी से उपजे विवाद को खत्म करने का प्रयास किया. संघ ने कहा कि एक परोपकारी संस्था के रूप में वह किसी के खिलाफ नहीं है. मुर्शिदाबाद जिले के संघ के एक साधु ने राज्य में कुछ सामाजिक-धार्मिक संगठनों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर काम करने के बारे में टिप्पणी करने के लिए ममता बनर्जी को कानूनी नोटिस भेजा था. सेवाश्रम के प्रमुख सचिव विश्वात्मानंद महाराज, जिन्हें दिलीप महाराज के नाम से भी जाना जाता है, ने कहा, ‘गलत संवाद के कारण कुछ व्यक्तिगत विचार और राय उत्पन्न हो सकते हैं, लेकिन भारत सेवाश्रम संघ इसमें शामिल नहीं है. एक परोपकारी संस्था के रूप में हम किसी के खिलाफ नहीं हैं.’ उन्होंने संघ की गतिविधियों को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों की सराहना की. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी हमेशा सहयोगी रही हैं. संघ के सूत्रों ने कहा कि सोमवार को बनर्जी द्वारा अपना रुख नरम करने के बाद संगठन को विवाद को जारी रखने का कोई कारण नहीं नजर आया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है