चर्च परिसर में घुस हंगामा करने का आरोप तृणमूल पर

बेहला इलाके की घटना

By Prabhat Khabar News Desk | July 13, 2024 1:54 AM

कोलकाता. सिलीगुड़ी में रामकृष्ण मिशन में घुस कर गुंडागर्दी करने के बाद अब चर्च में भी हंगामा करने का आरोप तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगा है. यह मामला महानगर का है. आरोप तृणमूल के पार्षद सुदीप पोलेय व उनके समर्थकों पर लगा है. इधर, पार्षद की कथित हरकतों से दहशत में आये चर्च प्रबंधन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए सुरक्षा की गुहार लगायी है. चर्च ऑफ इंडिया के अधीन डायसिस ऑफ कोलकाता के तहत आक्सफोर्ड मिशन चर्च है. बेहला के डायमंड हार्बर रोड इलाके में यह चर्च स्थित है. आरोप है कि यहां कथित तौर पर पार्षद के लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद बिशप परितोष कैनिंग ने इस मामले में मुख्यमंत्री व मेयर को पत्र लिखा है. पत्र में बिशप ने 123 नंबर वार्ड के पार्षद व उनके सहयोगियों पर उन्हें हत्या की धमकी देने, डराने समेत कई गंभीर आरोप लगाये हैं. पत्र में चर्च के तहत होने वाले समाजसेवा कार्यों का जिक्र करते हुए 200 साल पुराने इस चर्च के अधीन सिस्टर फ्लोरेंस काॅलेज ऑफ नर्सिंग का जिक्र किया गया है. चर्च प्रबंधन का आरोप है कि वहां पर वे काॅलेज के एस्बेस्टस के शेड की मरम्मत करवा रहे थे. तभी बाहर से पार्षद के लोग अंदर घुसकर तांडव मचाने लगे. काॅलेज के अंदर कई बिल्डिंग हैं, जिनकी हालत जर्जर हो गयी है. ऑक्सफोर्ड मिशन की ओर से मरम्मत के लिए अनुमति संबंधी चिट्ठी बोरो दफ्तर में दी गयी है, लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं मिली है. स्थानीय लोगों के अनुसार ऑक्सफोर्ड मिशन के अंदर चर्च की संपत्ति में एक रास्ता और मैदान है. जहां स्थानीय लोग सुबह की सैर करने जाते हैं. चर्च प्रबंधन इसे रोकना चाहता है. वहीं, चर्च प्रबंधन का कहना है कि बाहरी लोग परिसर में आकर अनैतिक कार्य करते थे. इसे देखते हुए बाहरी लोगों का प्रवेश बंद कर दिया गया. प्रबंधन का आरोप है कि इसे आधार बनाकर स्थानीय पार्षद चर्च पर लगातार दबाव बना रहे हैं. वहीं, मरम्मत की अनुमति नहीं देने के कारण नर्सिंग काॅलेज में पढ़ने वालों की जान सांसत में है. हालांकि स्थानीय पार्षद व बोरो चेयरमैन की ओर से आरोप लगाया गया है कि चर्च परिसर में अवैध निर्माण चल रहा है. परिसर में स्थित जलाशय को पाटा जा रहा है. इसे लेकर निगम की ओर से नोटिस दिया गया है. किसी तरह की धमकी नहीं दी गयी है. पूछने पर पार्षद सुदीप पोलेय ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि इसकी जांच सीआइडी से करायी जाये. वह तैयार हैं. न तो वह मौके पर गये थे और न ही किसी को वहां भेजा है. ऐसे में धमकी देने का सवाल ही नहीं उठता.

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