कमरहट्टी : अपराधियों के भय से बंद है तृणमूल का कार्यालय
तृणमूल कांग्रेस शासित बंगाल में कथित तौर पर अपराधियों का मनोबल बढ़ता ही जा रहा है.
प्रतिनिधि, बैरकपुर
तृणमूल कांग्रेस शासित बंगाल में कथित तौर पर अपराधियों का मनोबल बढ़ता ही जा रहा है. आये दिन डकैती, लूट, हत्या, जान से मारने की धमकी देने की घटनाएं सामने आ रही हैं. आलम यह है कि अब अपराधियों के भय से खुद तृणमूल कांग्रेस के लोग अपना पार्टी कार्यालय नहीं खोल पा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला उत्तर 24 परगना जिले की कमरहट्टी नगरपालिका इलाके में सामने आया है.
आरोप है कि अपराधियों के आतंक से कमरहट्टी नगरपालिका के विपरीत तृणमूल का एक पार्टी कार्यालय 2021 से बंद पड़ा है. तृणमूल के लोग अपराधियों के डर से उसे खोल नहीं पा रहे. यहां तक कि स्थानीय पार्षद विमल साहा भी डर से इससे जुड़े लोगों के नाम नहीं लेना चाहते हैं. पार्षद विमल साहा का कहना है काफी पहले इलाके के कुछ समाज विरोधी उस पार्टी कार्यालय को दखल करते हुए उसे ध्वस्त करने की कोशिश की थी. उसके बाद अपराधियों के एक और ग्रुप ने भी उसे दखल करने की कोशिश की थी. इस मामले को हमने चेयरमैन, विधायक व सांसद को बताया था.
इस बारे में माकपा के पूर्व विधायक मानस मुखर्जी ने कहा कि यह जमीन वास्तव में पीडब्ल्यूडी की है. यहां किसी के बैठने से हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन जिस प्रकार ममता बनर्जी अवैध स्थानों पर बुलडोजर चलवा रही हैं. उन्हें यह भी स्वीकार करना चाहिए वह सरकारी जमीन को कब्जा कर के वहां ट्रेड यूनियन का कार्यालय बनाया गया है.
वहीं, स्थानीय भाजपा नेता राजू बनर्जी ने कहा कि तृणमूल की आपसी कलह के कारण ही पार्टी कार्यालय बंद है. दो दिन पहले चोपड़ा में तृणमूल समर्थित अपराधियों ने तृणमूल नेता की हत्या की है. इसलिए तृणमूल पार्षद का डरना वाजिब है. राज्य में सबसे ज्यादा तृणमूल के विधायक, पार्षद व पंचायत सदस्य की हत्या की गयी है, जो कि तृणमूल के लोगों ने ही की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है