संवाददाता, कोलकाता
एक जून को होने वाले अंतिम चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्य में धुंआधार चुनाव प्रचार किया. पीएम मोदी ने उत्तर 24 परगना जिले के बारासात लोकसभा क्षेत्र के अशोकनगर व जादवपुर निर्वाचन केंद्र के बारुईपुर में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया. इसके बाद प्रधानमंत्री ने देर शाम कोलकाता के श्यामबाजार फाइव प्वाइंट क्रॉसिंग से स्वामी विवेकानंद के पैतृक आवास तक रोड शो किया.
प्रधानमंत्री ने जनसभाओं में राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. प्रधानमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर तुष्टीकरण की राजनीति करने और ‘वोट जिहाद’ को बढ़ावा देने के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के युवाओं के अधिकार छीनने का आरोप लगाया. बारासात लोकसभा क्षेत्र के अशोकनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिये बिना कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीशों पर सवाल उठाने के लिए उनकी आलोचना की और आश्चर्य जताया कि क्या तृणमूल कांग्रेस प्रतिकूल फैसलों के बाद अब न्यायधीशों के पीछे भी ‘अपने गुंडे’ छोड़ देगी? उन्होंने कहा कि बंगाल में तृणमूल ने ओबीसी को जो धोखा दिया, उसकी पोल हाइकोर्ट ने खोल दी है. कलकत्ता हाइकोर्ट ने कहा है कि 77 मुसलमान जातियों को ओबीसी घोषित करना गैर-कानूनी और असंवैधानिक है. यानी तृणमूल में लाखों ओबीसी नौजवानों का हक रातों-रात वोट जिहाद वालों की मदद के लिए लूट लिया. तृणमूल ने राज्य के ओबीसी समुदाय को धोखा दिया है. उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की मुख्यमंत्री का रवैया हैरान करने वाला था.
उन्होंने कहा कि यहां के जजों की नीयत पर और हमारी न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाये जा रहे हैं. मैं तृणमूल वालों से पूछना चाहता हूं कि अब जजों के पीछे भी अपने गुंडे छोड़ दोगे क्या? पूरा देश देख रहा है कि कैसे तृणमूल बंगाल में न्यायपालिका का गला घोंट रही है.
बारुईपुर की सभा में मोदी ने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा किया कि इसका सुशासन से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है, क्योंकि वह सिर्फ वोट बैंक के लिये काम करती है. तृणमूल कांग्रेस यहां वोट बैंक के लिए तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है. पीएम मोदी ने कहा कि अपने वोट बैंक के लिए राजनीति करने वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार राज्य के युवाओं के लिए कभी कुछ अच्छा नहीं कर सकती. बंगाल में सुशासन, दूरबीन से खोजने पर भी नहीं मिलता.
वोट बैंक की राजनीति में लिप्त हैं तृणमूल व वाम दल: प्रधानमंत्री ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों को वोट देना एक जैसा है, क्योंकि दोनों वोट बैंक की राजनीति में लिप्त हैं. उन्होंने कहा कि वे अपने अलोकतांत्रिक तरीकों और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अवहेलना के लिए जाने जाते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि जो तृणमूल सरकार कानून और व्यवस्था जैसा बुनियादी काम नहीं कर सकती, उसे सजा देना जरूरी है. तृणमूल सिर्फ हिंसा की राजनीति करती है, वह भ्रष्ट इकोसिस्टम को आगे बढ़ाती है और उसकी सारी की सारी राजनीति वोटबैंक के लिए है.
तृणमूल का गुनाह सामने लाने वाले को बनाया जाता है निशाना
पीएम मोदी ने कहा कि तृणमूल से सच बर्दाश्त नहीं होता. जो कोई भी तृणमूल के गुनाह सामने लाता है, वह उनको निशाना बनाती है. प्रधानमंत्री ने रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ के कुछ साधुओं के खिलाफ ममता बनर्जी की हालिया टिप्पणियों पर भी रोष जताया और आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के वोट बैंक के तुष्टीकरण के लिए इन सामाजिक-धार्मिक संगठनों को धमकाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आपने भी देखा है कि तृणमूल के विधायक ने साफ-साफ कहा कि हिंदुओं को भगीरथी में बहा देंगे. इस पर बंगाल के संतों ने तृणमूल को गलती सुधारने के लिए कहा. लेकिन तृणमूल ने हमारे संत समाज को ही गालियां देनी शुरू कर दी.
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