तृणमूल ने जंगल महल में बढ़त बनायी, भाजपा मतुआ पट्टी में रही मजबूत

तृणमूल कांग्रेस ने गंगा के मैदानी इलाकों में 16 लोेकसभा सीट में से 14 सीट जीती है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2024 1:02 AM

कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में राज्य में गंगा के मैदानी इलाकों में अपना परचम लहराया और राज्य की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले पश्चिमी जंगल महल क्षेत्र में भी बढ़त हासिल करते हुए यहां 29 में से 18 सीट हासिल की हैं. भाजपा हालांकि, उत्तर बंगाल और दक्षिण बंगाल में मतुआ पट्टी पर अपना प्रभुत्व बनाये रखने में सक्षम थी, जो राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में भी महत्व रखता है. तृणमूल कांग्रेस ने गंगा के मैदानी इलाकों में 16 लोेकसभा सीट में से 14 सीट जीती है. इस क्षेत्र में उत्तर और दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिले शामिल हैं. इस क्षेत्र में भाजपा की सीट तीन से घटकर दो रह गयी. भाजपा को बशीरहाट निर्वाचन क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की उम्मीद थी, जिसके अंतर्गत संदेशखाली आता है, लेकिन उसकी उम्मीदवार रेखा पात्रा को तृणमूल के हाजी नुरुल इस्लाम से लगभग दो लाख वोट से हार का सामना करना पड़ा है. इस क्षेत्र में प्रभावी रही तृणमूल कांग्रेस ने सत्ता विरोधी लहर और मौजूदा सांसदों के खराब प्रदर्शन के कारण छह सीट- उत्तर 24 परगना में तीन, दक्षिण 24 परगना में दो और हुगली में एक पर नये उम्मीदवारों को खड़ा किया. साल 2021 के विधानसभा चुनाव में भी, तृणमूल ने 24 परगना के दो जिलों में सभी सीट पर जीत हासिल की थी. तृणमूल कांग्रेस ने जंगली और आदिवासी बहुल पश्चिमी जिलों में भी अच्छा प्रदर्शन किया, जिन्हें सामूहिक रूप से जंगल महल के नाम से जाना जाता है. इस इलाके में आठ संसदीय क्षेत्र हैं. भाजपा और तृणमूल ने जंगल महल में चार-चार सीट जीतीं, जबकि राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी को 2019 की तुलना में एक सीट का फायदा हुआ. भाजपा को तब झटका लगा, जब केंद्रीय मंत्री और निवर्तमान सांसद सुभाष सरकार बांकुड़ा सीट पर तृणमूल के अरूप चक्रवर्ती से 32,778 वोटों के अंतर से हार गये. हालांकि, भाजपा उत्तर बंगाल में अपना प्रभुत्व बनाये रखने में सफल रही, जिसमें पहाड़ियां, तराई और डुआर्स शामिल हैं. यहां उसे आठ में से छह लोकसभा सीट पर जीत मिली है. जीतने वाले भाजपा उम्मीदवारों के लिए जीत का अंतर भी कम हो गया. दार्जिलिंग में निवर्तमान सांसद राजू बिष्ट की जीत का अंतर 2019 में 4.13 लाख से घटकर 2024 में 1.78 लाख हो गया, जबकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने बालुरघाट सीट केवल 10,386 वोट से जीती. पिछले चुनाव में वह 33,293 वोट से जीते थे. राज्य के दक्षिणी क्षेत्र यानी मतुआ बहुल पट्टी में, भाजपा ने बनगांव और राणाघाट, दोनों पर जीत हासिल की है. केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर ने 73,693 वोट के अंतर से जीत कर बनगांव सीट बरकरार रखी. तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा पास की कृष्णानगर सीट से 56,705 वोट से जीत गयीं.

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