ट्रेन से चला तृणमूलियों का रेला, यात्री हलकान
पुरुलिया से सड़क व रेलमार्ग से हजारों कार्यकर्ता व समर्थक कोलकाता के लिए रवाना
पुरुलिया. 21 जुलाई को कोलकाता के धर्मतला में होनेवाली तृणमूल कांग्रेस की शहीद दिवस सभा के लिए राज्यभर से बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता व समर्थक जा रहे हैं. इस क्रम में पुरुलिया से भी हजारों कार्यकर्ता व समर्थक ट्रेन से कोलकाता के लिए रवाना हुए. ट्रेनों के आरक्षित कोचों में भी तृणमूल नेताओं व कार्यकर्ताओं के बेरोकटोक चढ़ने से अन्य यात्रियों को काफी परेशानी हुई. अनारक्षित कोचों के साथ आरक्षित डिब्बों में भी बड़ी संख्या में तृणमूलकर्मी सवार हो गये, जिससे अन्य मुसाफिरों को काफी दिक्कत हुई. कोलकाता में विक्टोरिया हाउस के सामने शहीद दिवस सभा व विजय उत्सव का मंच बन कर तैयार हो गया है. पुरुलिया के विभिन्न हिस्सों से रेल मार्ग व सड़क मार्ग से हजारों की तादाद में तृणमूल नेता, कार्यकर्ता व समर्थक कोलकाता के धर्मतला के लिए रवाना हो गये हैं. सत्ताधारी पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं व समर्थकों को ट्रेनों के आरक्षित डिब्बे में भी बेधड़क चढ़ता देख कर कई यात्री अंदर ही अंदर कुढ़ते-खीझते रहे, पर किसकी मजाल जो उन्हें रोके या उतरने को कहे. शनिवार को अपराह्न करीब 3:30 बजे जैसे ही पुरुलिया – सांतरागाछी रूपशी बांग्ला एक्सप्रेस जैसे ही पुरुलिया स्टेशन पर लगी, पूरी ट्रेन में देखते-देखते तृणमूल नेता व कार्यकर्ता भर गये. ट्रेन के सभी आरक्षित कोचों में भी सत्ताधारी पार्टी के नेता व कार्यकर्ता भर गये. सीटों पर कब्जा कर लेने से आरक्षित यात्रियों को काफी परेशानी हुई. ऐसे में कई यात्रियों ने अपना टिकट कैंसल करा दिया. लेकिन कुछ यात्रियों को तकलीफ सह कर ट्रेन से सफर करना पड़ा. कई यात्रियों को सीट होते हुए भी खड़े रह कर यात्रा करनी पड़ी. ऐसे ही यात्री सुभाषित पान, संदीप पाल ने बताया कि उन लोगों ने पहले से इस ट्रेन में टिकट बुक कराया था. दोनों लोग ट्रेन पकड़ने आये, तो देखा कि उनकी सीट पर विशेष राजनीतिक दल के लोग बैठे हुए हैं. जब उन्हें बताया कि यह सीट उन दोनों की आरक्षित है, फिर भी पार्टी के बैठे हुए लोग पूरी ढिठाई के साथ सीट पर डटे रहे. फिर दोनों यात्रियों ने आरपीएफ व जीआरपी से भी मदद मांगी, लेकिन उसके अधिकारियों ने भी हाथ खड़े कर दिये. दोनों यात्रियों ने बताया कि उन्हें खड़गपुर व कोलकाता में जरूरी काम था, लिहाजा उन्हें जाना ही था. सो दोनों लोग दिक्कत झेलते हुए ट्रेन में सवार हो गये. इस बाबत पूछने पर तृणमूल नेताओं ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. मालूम रहे कि शुक्रवार से ही जिला के विभिन्न हिस्सों से रेल व सड़क मार्ग से तृणमूल नेता, कार्यकर्ता व समर्थक कोलकाता के एसप्लानेड में शहीद दिवस सभा के लिए रवाना हुए हैं. तृणमूल के पुरुलिया जिलाध्यक्ष सोमेन बेलथोड़िया ने जिले से लगभग 20 हजार पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों के कोलकाता की शहीद दिवस सभा में जाने की बात कही है. हजारों कार्यकर्ता कोलकाता पहुंच भी गये हैं. कुछ रास्ते में हैं. किसी को इससे मतलब नहीं कि आम ट्रेन यात्रियों को इससे कितनी परेशानी हुई.
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