कोलकाता. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा द्वारा किये जाने वाले चुनाव प्रचार में बंगाल में शिक्षक नियुक्ति घोटाले व भ्रष्टाचार के अन्य मामलों को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर लगातार हमला बोला जा रहा है. रविवार को मथुरापुर सीट पर भाजपा उम्मीदवार अशोक पुरकाइत के समर्थन में दक्षिण 24 परगना के पाथरप्रतिमा के रामगंगा इलाके में जनसभा का आयोजन किया गया, जिसमें त्रिपुरा के मुख्यमंत्री व भाजपा नेता माणिक साहा भी मौजूद रहे. जनसभा के दौरान श्री साहा ने भी शिक्षक नियुक्ति घोटाले का जिक्र कर तृणमूल को आड़े हाथ लिया.
उन्होंने कहा : त्रिपुरा में शिक्षकों की नियुक्तियों का घोटाला सामने आने के बाद सरकार का तख्ता पलट गया था. पश्चिम बंगाल का हाल भी त्रिपुरा की तरह होगा. यहां की तृणमूल सरकार का तख्ता पलटेगा और भाजपा की सरकार बनेगी. मुख्यमंत्री साहा यहीं नहीं रुके, बल्कि वामपंथियों पर निशाना साधते हुए कहा कि वाममोर्चा के शासनकाल में जो अत्याचार व जनविरोधी कार्य हुए. उस लिहाज से वाममोर्चा की ठीक ‘कार्बन कॉपी’ तृणमूल है. संदेशखाली में महिलाओं पर कथित यौन अत्याचार के आरोप भी तृणमूल से जुड़े लोगों पर हैं. इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि बंगाल में लोगों की क्या दशा है. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री साहा ने कहा कि सभी लोगों को ज्ञात होगा कि त्रिपुरा में शिक्षक नियुक्ति घोटाले के प्रकाश में आने के बाद 10,323 शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द हो चुकी हैं. वहां वामपंथियों के सत्ता में रहने के दौरान भ्रष्टाचार हुआ था, जिसके बाद आम जनता ने उनकी सत्ता को ही उखाड़ फेंका और त्रिपुरा में भाजपा की सरकार का गठन किया. बंगाल का हाल भी त्रिपुरा जैसा होगा और जल्द यहां भाजपा की सरकार बनेगी. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा बचाने के लिए तृणमूल ने त्रिपुरा में चुनाव लड़ा था, लेकिन वहां के लोगों ने उसे स्वीकार नहीं किया और उसे मुंह की खानी पड़ी.
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