कोलकाता : पश्चिम बंगाल में (West Bengal) सोमवार से सरकारी और निजी अधिकांश कार्यालय खुल गये हैं. शॉपिंग मॉल, रेस्तरां, होटल खुले हैं. इस वजह से सोमवार सुबह से ही कोलकाता की सड़कों पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली है. इस दौरान बसों में लोगों की काफी भीड़ भी देखी गयी. लोगों को सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते भी नहीं देखा गया.
कोलकाता की सड़कों पर करीब 2,000 प्राइवेट बसें उतारी गयी हैं. सोमवार सुबह से ही टॉलीगंज सहित विभिन्न बस स्टैंड पर काफी भीड़ देखने को मिली. सरकार ने निर्देश दिया है कि सीटों के बराबर यात्रियों को बसों में चढ़ाया जाये, लेकिन बसों में इतनी भीड़ थी कि लोग एक- दूसरे पर चढ़ कर खड़े थे.
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इसी तरह से बागुईहाटी मोड़ पर भी काफी संख्या में लोग एक- दूसरे के साथ सटकर खड़े नजर आये. इस दौरान सोशल डिस्टैंसिंग का कहीं नामों- निशान देखने को नहीं मिला. डनलप मोड़ पर बस पकड़ने के लिए कम से कम आधा किलोमीटर लंबी लाइन देखने को मिली.
कमालगाजी बस अड्डे पर भी काफी संख्या में लोग पहुंचे थे. यहां भी सोशल डिस्टैंसिंग का पालन नहीं किया गया. उल्टाडांगा चौराहे पर सुबह के समय यात्रियों की भीड़ थी. उनका दावा है कि पर्याप्त बसें नहीं हैं. लोकल ट्रेन और मेट्रो नहीं चलने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
हालांकि, जिलों में स्थिति थोड़ी बदली सी नजर आयी. पूर्वी बर्द्धवान के कटवा बस अड्डे पर स्थिति बिल्कुल अलग है. यात्रियों की कमी के कारण बसें नहीं चली. निजी बस संगठन ने दावा किया कि सुबह से ही कई मार्गों पर बस स्टैंड पर खड़ी थी, लेकिन उसमें 5-6 से अधिक यात्री भी नहीं पहुंचे. सीट से कम संख्या में यात्रियों की सवारी से बसों को नुकसान होता है, इसलिए बसें नहीं चलायी गयी. बताया गया है कि कटवा बस स्टैंड से विभिन्न जिलों में 65 मार्गों पर प्रतिदिन 180 बसें चलती हैं.
Posted By : Samir ranjan.