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WB News : जल के लिए बहुला साइडिंग में काम रोक कर ग्रामीणों ने जताया प्रतिवाद

बहुला गांव के ग्रामीणों ने अपने यहां जलापूर्ति की मांग पर साइडिंग का कामकाज और एरिया का कोयला परिवहन रोक कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनरत ग्रामीणों से सीआइएसएफ के जवानों की धक्का-मुक्की हुई. इस क्रम में सीआइएसएफ का एक जवान जख्मी हो गया.

By Prabhat Khabar News Desk | May 7, 2024 9:45 PM

अंडाल.

केंदा एरिया के बहुला साइडिंग में बहुला गांव के ग्रामीणों ने अपने यहां जलापूर्ति की मांग पर साइडिंग का कामकाज और एरिया का कोयला परिवहन रोक कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनरत ग्रामीणों से सीआइएसएफ के जवानों की धक्का-मुक्की हुई. इस क्रम में सीआइएसएफ का एक जवान जख्मी हो गया. घटना की सूचना पाते ही सोनपुर बाजारी से सीआइएसएफ के सहायक कमांडेंट दलबल के साथ बहुला साइडिंग पहुंचे. केंदा एरिया के महाप्रबंधक (जीएम) विनय सहगल भी बहुला साइडिंग पहुंच गये और स्थिति संभाली, घटना के संबंध में बहुला गांव के अमित मंडल, समर मंडल, झंटू पाल, राजकुमार पाल ने बताया कि बहुला ग्राम में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है, केंदा एरिया के शंकरपुर ओसीपी के कारण कुएं का पानी सूख गया है, इसीएल की पाइपलाइन से भी पानी नहीं जा रहा है. महाप्रबंधक से लगातार इस मुद्दे पर बातचीत की गयी. पर गांव की पानी सप्लाई के लिए प्रबंधन ने कुछ नहीं किया. ग्रामीणों ने बहुला साइडिंग पहुंच कर वहां का कामकाज रोकवा दिया. फिर अचानक सीआइएसएफ के जवान वहां पहुंचे और कथित तौर पर गोली मारने की धमकी दी. प्रदर्शनरत ग्रामीणों से जवानों की धक्का-मुक्की हुई. सूचना पाकर बहुला ग्राम पंचायत के उप-प्रधान वीर बहादुर सिंह भी वहां पहुंचे और जीएम विनय सहगल से बातचीत कर मामले को सलटाया. प्रबंधन से मांग के बावजूद बोरहोल आज तक नहीं किया गया. गांववाले बहुला साइडिंग पर पहुंच कर आंदोलन करने लगे. लेकिन आरोप है कि प्रबंधन ने सीआइएसएफ को भेज कर ग्रामीणों के आंदोलन को दबाने की कोशिश की. बाद में प्रबंधन की ओर से बहुला गांव में जलापूर्ति का लिखित आश्वासन दिया गया, तब आंदोलन थमा. इधर सीआइएसएफ के जवान पर हमले को लेकर थाने में शिकायत की गयी है.

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